मधेपुरा। शंकरपुर प्रखंड के जनप्रतिनिधियों ने थानाध्यक्ष सियावर मंडल पर कई गंभीर आरोप लगाते हुए उनके तबादले की मांग की है। इस बाबत प्रखंड प्रमुख रीना भारती, उप प्रमुख रायबहादुर यादव, मुखिया बालकृष्ण यादव, सविता देवी, राधेश्याम शर्मा, बिरेंद्र शर्मा, नीलम देवी, सुष्मिता चौपाल, कुंदन यादव, पंसस रामसुंदर दास, शोभा कुमारी, फूलकुमारी देवी, मीरा देवी, चांदनी कुमारी, संगीता कुमारी, सरपंच दिगंबर राय, विलास शर्मा, बबीता देवी, सुकनी देवी सहित अन्य जनप्रतिनिधियों ने डीजीपी, आईजी ,डीआईजी, एसपी, डीएम, एसडीपीओ को आवेदन दिया है।
आवेदन में कहा गया है कि शंकरपुर के थानाध्यक्ष सियावर मंडल नियम कानून को ताक पर रख कर काम कर रहे हैं। बिना पैसे लिए गरीब और पीड़ित लोगों की प्राथमिकी दर्ज करना तो दूर उनका आवेदन तक नहीं छूते हैं। मोटी रकम लेकर शरीफ लोगों पर संगीन धारा लगाकर केस दर्ज कर प्रताड़ित करना इनकी आदत है। प्रखंड के तमाम वांछित अपराधियों को थाना में बैठाकर खुले आम हफ्ता वसूली तक करवाते हैं। इसका प्रमाण है कि कवियाही निवासी विवेक कुमार और संजीत कुमार ने थाना परिसर में प्रखंड प्रमुख रीना भारती और उनके प्रति मनोज कुमार को जान से मार देने की धमकी दे दी। इस घटना के बाद थानाध्यक्ष ने दोनों अपराधियों को कुछ नहीं कहा।
आवेदन में यह भी कहा गया है कि जब से सियावर मंडल का शंकरपुर थाना में पदस्थापन हुआ है तब से सीसीटीवी कैमरे के फुटेज को खंगालने से पता चल जाएगा कि थाना परिसर में किन-किन अपराधियों का उठना बैठना लगा रहता है। जनप्रतिनिधियों ने थानाध्यक्ष का तबादला नहीं करने पर आंदोलन की चेतावनी भी दी है।
इस आरोप पर थानाध्यक्ष ने कहा कि किसने क्या आरोप लगाया है इसकी जानकारी मुझे नहीं है। किसी पर कुछ भी आरोप लगाने की आजादी सभी को है।