मोहन कुमार/ मधेपुरा/ जिले में जैसे जैसे तपन बढ़ रही है वैसे वैसे बीमारियां भी बढ़ती जा रही हैं ।सरकारी – गैर सरकारी अस्पतालों में डायरिया, बुखार, हीट स्ट्रोक जैसी बीमारियों से पीड़ित मरीजों की लंबी लाइन लगी है। सदर अस्पताल में गुरुवार को भी डायरिया, बुखार और हीट स्ट्रोक के 38 मरीज भर्ती किए गए।
वही गुरुवार को सदर अस्पताल में पर्चा काउंटर, ओपीडी कक्ष, दवा वितरण कक्ष और डायग्नोस्टिक सेंटर में मरीजों की लंबी लाइन लगी रही। 1598 मरीजों ने पर्चा बनवा पंजीकरण कराया। पर्चा काउंटर पर लंबी लाइन लगी रही। जल्दी पर्चा बनवाने को लेकर लाइन में लगे लोगों के बीच धक्का मुक्की भी होती रही। कमोवेश यही हाल डायग्नोस्टिक सेंटर लगी लाइन में भी रहा।
वही सदर अस्पताल के ओपीडी में मोजूद डॉ. यश शर्मा ने बताया कि पिछले एक हफ्ता से डायरिया और गंभीर बुखार, हीट स्ट्रोक से बेहोशी आने और सीने में दर्द के शिकार मरीजों ज्यादा पहुंच रहे हैं ।
निजी पैथोलाजी और क्लीनिकों पर भी लगी रही लाइन : जिला मुख्यालय के अन्य निजी नर्सिंग होम के ओपीडी में भी औसतन डेढ़ सौ मरीज आ रहे हैं ।इनमें से सौ मरीज उल्टी , दस्त, हीट स्ट्रोक और बुखार के होते हैं। इसी तरह जिला अस्पताल के निकट संचालित दो बड़े जांच केंद्रों पर औसतन दो सो मरीज प्रतिदिन जांच कराने पहुंच रहे हैं इनमें अधिकांश मलेरिया और टाइफाइड की जांच कराने आ रहे हैं।
सदर अस्पताल में नही हो रहा सोशल डिस्टेंस का पालन : वही कोरोना संक्रमण के खतरे के अंदेशे के बावजूद स्वास्थ्य व्यवस्थाओं में ढ़ीला रवैया देखा जा रहा है। कोरोना संक्रमित मरीज मिलने के बावजूद सदर अस्पताल में लोगों द्वारा सोशल डिस्टेंसिंग का ख्याल नहीं रखा जा रहा है ।ओपीडी एंव पंजीयन कांउटर पर चिन्हित किये गये दूरी का बाहर से आये लोग और आमजनों के द्वारा ख्याल नहीं रखा जा रहा है।अस्पताल पहुंचे मरीज व इनके परिजन एक दूसरे के काफी करीब देखे जा रहे हैैं ।सदर अस्पताल में तैनात होमगार्ड के जवान एवं स्वास्थ्य कर्मी की बातों को लोग गंभीरता से नहीं ले रहें हैं जिसका परिणाम गंभीर हो सकता है।