मोहन कुमार/ मधेपुरा/ उत्तर बिहार ग्रामीण बैंक से ऋण लिए लोगों को रुपए वापस नहीं चुकाना महंगा पड़ गया है। बुधवार को बैंक अधिकारियों ने भर्राही पुलिस प्रशासन की मदद से ऋण लेकर नहीं चुकाने वाले एक ग्रामीणों को गिरफ्तार किया है।
वही शाखा प्रबंधक प्रिंस कुमार ने बताया कि गिरफ्तारी से पहले बैंक समझौता करने का अवसर देती है। बैंक ऋण लेने वाले लोगों को मौका दिया जाता है कि वे समझौता के तहत पैसा जमा कर दें। जिला नीलम पदाधिकारी मधेपुरा के निर्देशानुसार सभी श्रेणियों के ऊपर कानूनी कार्रवाई करने की बात कही गई।
वही उत्तर बिहार ग्रामीण बैंक मधेपुरा शाखा प्रबंधक प्रिंस कुमार ने बताया जिले के महेसुआ वार्ड 12 निवासी जयनारायण यादव पिता मुनिलाल यादव को वर्ष 2009 में मधेपुरा शाखा से के सी सी ऋण लिया था परंतु शाखा द्वारा बार बार आग्रह के बाबजूद उन्होंने पैसे लौटाने से इनकार किया तदोपरांत बैंक मजबूर होकर 10,6,2021 को नीलाम पत्र दायर किया और बुधवार को भर्राही पुलिस ने ऋण नहीं चुकाने की एवज में गिरफ्तार कर सदर अस्पताल में कोरोना जांच करवाकर जेल भेज दिया।
शाखा प्रबन्धक प्रिंस कुमार ने कहा कि बैंक द्वारा सभी डिफ़ॉल्टर को सख्त चेतावनी दी जाती है कि वो अपने NPA खातों को बंद करावें अन्यथा उन्हें भी जेल जाना पड़ सकता है ।बताया पूर्व में भी विजय कुमार यादव, पिता धर्मलाल यादव ग्राम पररिया, को 03/04/2023 को गिरफ्तार किया गया था जिन्हें बाद में 10 04/2023 को ऋण खाता बन्द करने के पश्चात जेल से रिहा किया गया।