मधेपुरा/ आज डॉक्टर भीमराव अंबेडकर साहब का जन्म दिवस स्थानीय दार्जिलिंग पब्लिक स्कूल में मनाया गया।संस्थान के प्रबंध निदेशक सह जिला अध्यक्ष सह कोशी प्रमंडलीय अध्यक्ष किशोर कुमार ने बाबा साहब के तैल चित्र पर पुष्प अर्पित किया।
बच्चों को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि बाबा साहेब डॉक्टर भीमराव अंबेडकर कई विषयों के विद्वान थे, वे भारत के संविधान निर्माता के साथ-साथ भारत के प्रथम कानून मंत्री भी रहे। भारत के मध्य प्रदेश राज्य के एक छोटे से गांव के दलित परिवार में जन्म लिए। उस समय देश में छुआछूत की प्रथा चरम पर थी और वैसे परिस्थिति में उन्होंने अपनी स्कूली शिक्षा स्थानीय विद्यालय से प्राप्त किया। उसे वर्ग कक्ष में बैठने की अनुमति नहीं थी। वर्ग कक्ष के बाहर बरामदे पर अलग बैठकर स्कूली शिक्षा प्राप्त किया। बाद में स्कॉलरशिप प्राप्त कर अमेरिका और फिर इंग्लैंड गए।
बाबा साहेब विश्व का सबसे बेहतरीन संविधान भारत को दिया। मौके पर उपस्थित विद्यालय की प्राचार्य डॉ वंदना कुमारी ने कहा कि भारतीय संविधान के रचयिता डॉ भीमराव अंबेडकर साहब गरीबी और छुआछूत को शिक्षा में आड़े नहीं आने दिया और उच्च शिक्षा प्राप्त कर यह साबित कर दिया कि शिक्षा से सब कुछ संभव है। उन्होंने आत्मसम्मान को जीवन में समाहित करने का उल्लेख किया है।
इस अवसर पर विद्यालय के एकेडमिक इंचार्ज विजय कुमार सिंह, वरिष्ठ शिक्षक शंभू कुमार, सुनील कुमार, चंद्रमणि गुप्ता, अमित कुमार, अक्षय झा, रीना झा, रूपेश कुमार, स्नेहा छेत्री, संगीता तमांग, पूजा कुमारी, दीपक कुमार, ललित कुमार, सरोज कुमार एवं अन्य उपस्थित रहे।