इंटर,मैट्रिक टॉपर्स व राज्य युवा महोत्सव के सफल कलाकारों को सम्मानित नहीं करने पर एआईवाईएफ ने उठाए सवाल
मधेपुरा/ मैट्रिक ,इंटर परीक्षा, बीएड नामांकन के एंट्रेंस में स्टेट टॉपर रही छात्रा के बाद राज्य युवा महोत्सव में रिकॉर्ड तोड़ सफलता प्राप्त करने वाले कलाकारों को राष्ट्रीय बालिका दिवस, गणतंत्र दिवस पर सम्मानित नहीं किए जाने पर वाम युवा संगठन एआईवाईएफ जिला अध्यक्ष हर्ष वर्धन सिंह राठौर ने तल्ख टिप्पणी करते हुए जिले को सम्मान दिलाने वाले कलाकारों को जिला प्रशासन द्वारा गुमनाम करने की साजिश बताया।
इस संबंध में डीएम को पत्र लिख राठौर ने कहा कि यह जिला प्रशासन की कुव्यवस्था की प्रकाष्ठा है।जिले में पहली दफा जहां विगत वर्ष साल के प्रारंभ में इंटर के रिजल्ट में राज्य स्तर पर टॉप टेन में मधेपुरा के तीन छात्रों ने जगह बना जहां सफलता की नई लकीर खींची, पहली बार बीएड नामांकन में मधेपुरा की छात्रा स्टेट टॉपर बनी व अन्य ने टॉप टेन में जगह बनाई वहीं साल जाते जाते राज्य युवा महोत्सव में मधेपुरा के कलाकारों ने अपने पुराने सारे रिकॉर्ड तोड़ते हुए चार विधाओं में क्रमशः एक प्रथम, दो द्वितीय एक तृतीय स्थान प्राप्त कर साल को उपलब्धियों का साल साबित कर दिया ।
राठौर ने कहा कि एआईवाईएफ ने दोनों मौकों पर जिला प्रशासन से सफल प्रतिभाओं के सम्मान की मांग की लेकिन जिला प्रशासन की उदासीनता ऐसी रही कि निर्णय लेकर भी सम्मानित नहीं किया गया। जिला प्रशासन के निर्णयों का हवाला देते राठौर ने कहा कि पिछले साल एकतीस अप्रैल को झल्लू बाबू सभागार में अपर समाहर्ता शिव कुमार शैव की अध्यक्षता में हुई जिला प्रशासन की बैठक में नौ मई को मधेपुरा स्थापना दिवस पर इंटर व मैट्रिक परीक्षा में सर्वाधिक अंक प्राप्त छात्रों को सम्मानित करने का निर्णय लेते हुए इसकी जिम्मेदारी जिला शिक्षा पदाधिकारी व जिला नजारत उप समाहर्ता को दी गई लेकिन जिला स्थापना दिवस , बी पी मंडल जयंती पर भी इन्हें सम्मानित नहीं किया गया नहीं कोई विशेष समारोह इनके सम्मान में आयोजित हो सका।
इस संबंध में राठौर ने कई दफा डीएम को पत्र लिख संज्ञान लेते हुए सम्मानित करने की मांग उठाई।पत्र में संगठन ने इसे दुखद बताते हुए कड़ी नाराजगी जताई है और कहा है कि आखिर ऐसी क्या मजबूरी बनी कि जिला प्रशासन स्टेट के टॉप टेन में शामिल तीन छात्रों को सम्मानित करने में भी खुद को सक्षम नहीं पा रहा। बीएड एंट्रेंस परीक्षा,इंटर मैट्रिक टॉपर्स का मामला अभी शांत भी नहीं हुआ था कि जिला प्रशासन ने कुछ दिन पहले ही राज्य युवा महोत्सव में जिले को चार विधाओं में स्थान दिलाने वाले कलाकारों की अनदेखी कर रही सही कसर पूरी कर दी।
राठौर ने कहा कि संगठन को बड़ी उम्मीद थी कि जिला प्रशासन राष्ट्रीय बालिका दिवस पर इंटर मैट्रिक टॉपर्स को सम्मानित कर अपनी भूल सुधारेगा लेकिन औपचारिकता की भेंट चढ़े राष्ट्रीय बालिका दिवस में टॉपर्स छात्राओं का सम्मान नहीं हुआ साथ ही गणतंत्र दिवस पर भी नजरंदाज कर दिया गया।राठौर ने कहा कि यह एक गलत व अक्षम्य परंपरा की शुरुआत है जिसे किसी कीमत पर स्वीकार नहीं किया जा सकता।सफल प्रतिभाओं के सम्मान से जहां और आगे जाने को बल मिलती है वहीं दूसरी प्रतिभाओं को आगे बढ़ने का सुअवसर मिलता है ।ऐसी प्रतिभाओं का वृहद स्तर पर सम्मान समारोह होना चाहिए था।
राठौर ने जिला प्रशासन की नीति पर सवाल खड़ा करते हुए कहा कि अगर जिला प्रशासन ने सम्मानपूर्वक उक्त सफल छात्रों को बुलाकर सम्मान समारोह आयोजित करते हुए सम्मानित नहीं किया तो वाम संगठन यह मामला सरकार तक ले जाते हुए सीएम के आगामी कार्यक्रम में भी गंभीरता से उठाएगा।