बबलू कुमार/मधेपुरा/ जिला मुख्यालय स्थित कृषि विज्ञान केंद्र में प्रगतिशील कृषक प्रशिक्षण सह संगोष्ठी का आयोजन किया गया. संगोष्ठी का विषय “जलवायु अनुकूल कृषि तकनीक एवं वायोफोर्टीफाइड फसल” था. संगोष्ठी का मुख्य उद्देश्य पीएम के सपने को साकार करने के लिए किसानों को आगे लाना था.
इस मौके पर कृषि वैज्ञानिकों ने कहा कि पीएम का सापना जलवायु अनुकूल खेती को बढ़ावा देकर उत्पादन लागत और खेती के जोखिम को कम करना है.वहीँ वायोफोर्टीफाइड फसल के माध्यम से फसलों के पोषक तत्वों का बढ़ाना है. कहा यदि किसान आधुनिक तकनीक से लैश होकर मौसम अनुकूल वायोफोर्टीफाइड फसल का उत्पादन करेंगे तो कम लागत में उच्च गुणवत्ता वाले फसल प्राप्त होंगे जिससे देश से कुपोषण की समस्या भी दूर होगी.
प्रशिक्षण कार्यक्रम से इतर प्रशिक्षण में भाग ले रहे प्रगतिशील ओषधि किसान शंभूशरण भारतीय ने अधिकारियों के सामने पूरी सरकारी व्यवस्था पर हीं सवाल उठाते हुए कहा कि ये प्रशिक्षण कार्यक्रम महज लूट खासौट का जरिया बना हुआ है.आज तक जो भी कार्यक्रम किसान के हितों में चलाया गया है, इससे कोई लाभ किसानों को नहीं हुआ है, लिहाजा अब भी किसान परंपरागत तरीके से ही खेती कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि प्रधानमन्त्री जी कहते हैं किसान की आमदनी दुगुना करेंगे, वहीं मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जी भी कहते हैं किसानों की उपज बढ़ाएंगे,लेकिन अधिकारियों की मनमानी और लूट खासौट के कारण आज तक न ही किसान की आमदनी दुगुनी हुई है और न ही उपज बढ़ी। यही कारण है कि किसान की आर्थिक स्थिति आज भी बद से बदतर है।















