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  • उद्यमिता विकास पर एक दिवसीय कार्यशाला आयोजित

    भागलपुर ब्यूरो/तिलकामांझी भागलपुर यूनिवर्सिटी के एमबीए विभाग में उद्यमिता विकास पर एक दिवसीय कार्यशाला आयोजित किया गया । मुख्य वक्ता के रूप में मौजूद प्रख्यात उद्यमिता प्रशिक्षक तथा कोशिश ग्रुप के चेयरमैन प्रोफेसर डॉक्टर देबज्योति मुखर्जी ने कहा कि आर्थिक विकास के विभिन्न क्षेत्रों में उद्यमिता विकास धीरे-धीरे बहुत महत्वपूर्ण होता जा रहा है। नवोन्मेषी


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    भागलपुर ब्यूरो/तिलकामांझी भागलपुर यूनिवर्सिटी के एमबीए विभाग में उद्यमिता विकास पर एक दिवसीय कार्यशाला आयोजित किया गया । मुख्य वक्ता के रूप में मौजूद प्रख्यात उद्यमिता प्रशिक्षक तथा कोशिश ग्रुप के चेयरमैन प्रोफेसर डॉक्टर देबज्योति मुखर्जी ने कहा कि आर्थिक विकास के विभिन्न क्षेत्रों में उद्यमिता विकास धीरे-धीरे बहुत महत्वपूर्ण होता जा रहा है। नवोन्मेषी स्टार्टअप और नए उद्यम अर्थव्यवस्था के लिए उत्प्रेरक का काम करते हैं। नए अवसरों और बाजार के अंतराल की पहचान की जाती है और उन्हें कुछ नया और उपयोगी बनाने के लिए संसाधन आवंटित किए जाते हैं। समय की मांग है कि नई चुनौतियों का सामना करने के लिए प्रभावी नीतियां विकसित की जाएं ताकि आधुनिक समय की समस्याओं को हल किया जा सके।
    उन्होंने कहा, ‘उद्यमियों के लिए बहुत सारी योजनाएं हैं, लेकिन उनमें से ज्यादातर को उनके बारे में पता नहीं है। इस वर्कशॉप के माध्यम से छात्रों को पता चलेगा कि अगर वे एक उद्यमी बनना चाहते हैं तो वे हमसे किस तरह के समर्थन की उम्मीद कर सकते हैं।

    प्रोफेसर मुखर्जी ने उद्यमिता क्यों, उद्यमिता के प्रकार, उद्यम और व्यापार में अंतर, उद्यमीय गुण, उद्यमीय यात्रा आदि पर विस्तृत रूप से चर्चा की ।
    इस कार्यशाला में एमबीए प्रथम सत्र एवं तृतीय सत्र के छात्र छात्राओं ने भाग लिया ।

    कार्यक्रम में डीन एवं विभागाध्यक्ष प्रो अजय कुमार झा स्नातकोत्तर वाणिज्य विभाग एवं डॉक्टर पवन कुमार सिन्हा निर्देशक एमबीए विभाग ने पुष्पगुच्छ दे कर प्रोफेसर मुखर्जी का स्वागत किए । छात्र छात्राओं की सहभागिता देखने लायक थी । कार्यक्रम में एमबीए विभाग के डॉक्टर पंकज कुमार, डॉक्टर सुदर्शन कुमार मौजूद रहे एवं धन्यवाद ज्ञापन डाक्टर काजी कामरान द्वारा हुआ । कार्यक्रम उपरांत विभाग द्वारा प्रोफेसर मुखर्जी को प्रशस्ति पत्र भी दिया गया तथा आगे विभाग आने के लिए खुला आमंत्रण भी ।

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