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  • डीएम के मेडिकल कॉलेज निरीक्षण में सब कुछ बेहतर, डॉक्टर की अनुपस्थिति को बताया सामान्य बात

    सिंहेश्वर,मधेपुरा/ प्रखंड क्षेत्र स्थित जन नायक कर्पूरी ठाकुर मेडिकल कॉलेज व अस्पताल का निरीक्षण डीएम श्याम बिहारी मीना के द्वारा किया गया. निरीक्षण के दौरान डीएम ने सबसे पहले कंट्रोल रूम में जा कर वास्तु स्थिति का जायजा लिया. जिसके बाद लगभग सभी विभाग का भी जायजा लिया. इस दौरान मिलने वाले कमियों को दूर


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    सिंहेश्वर,मधेपुरा/ प्रखंड क्षेत्र स्थित जन नायक कर्पूरी ठाकुर मेडिकल कॉलेज व अस्पताल का निरीक्षण डीएम श्याम बिहारी मीना के द्वारा किया गया. निरीक्षण के दौरान डीएम ने सबसे पहले कंट्रोल रूम में जा कर वास्तु स्थिति का जायजा लिया. जिसके बाद लगभग सभी विभाग का भी जायजा लिया. इस दौरान मिलने वाले कमियों को दूर करने का निर्देश देने के साथ- साथ विभिन्न कर्मियों को आवश्यक दिशा निर्देश भी दिया. जबकि अनुपस्थित कर्मी व डॉक्टरों का वेतन काटने का निर्देश दिया.

    उन्होंने बताया कि निरीक्षण करने का मुख्य उद्देश्य है कि हर हाल में मेडिकल कॉलेज की व्यवस्था सुदृढ़ हो सके. किसी को कोई परेशानी न हो. जबकि मेडिकल कॉलेज में आए उपद्रवियों पर आवश्यक कानूनी कार्रवाई करने के लिए कहा. उन्होंने यह भी कहा कि हम लोगों का हमेशा प्रयास रहता है कि बेहतर सेवाएं कैसे लोगों को दे सकें. काफी अच्छा काम हो रहा है प्रिंसिपल और एमएस के साथ मिलकर सभी डिपार्टमेंट को देखा डॉक्टर, नर्स सहित अन्य का उपस्थिति जांच किया. बढ़िया काम हो रहा है. दो साल पहले से मैं मेडिकल कॉलेज को देख रहा हूं पहले और अब में काफी सुधार है. पहले गायनी विभाग में दस के आसपास सिजेरियन सेक्शन व दस के आसपास डिलीवरी होती थी. जो अभी 25 के आसपास सिजेरियन व 60 से 70 डिलीवरी प्रति महीने हो जाती है. ये सभी जटिल मामले होते है. आर्थोपेडिक्स में सप्ताह में दो से तीन सर्जरी हो जाती है और ओपीडी में तीन सौ के आसपास मरीज पहुंचते है. ये अच्छा फिगर है. इसको ऐसे देखा जा सकता है कि छह महीने में कितना बदलाव हुआ है.

    डॉक्टर के नही आने के बात पर उन्होंने कहा कि यह समस्या पूरे भारत में किसी भी कॉलेज में है कि शिक्षक नही आते है या डॉक्टर नही आ रहे है. ये जनरल प्रोब्लम है. उन्होंने यह भी कहा कि जो भी डॉक्टर या कर्मी बायोमेट्रिक से नही आते है तो उस दिन का पेमेंट नही बनेगा. इसके साथ- साथ शोकौज होगा. उसके बाद बिहार सेवा संहिता के अनुसार जो नियम है वो सभी पर लागू है. उस हिसाब से दंड मिलेगा. सिक्योरिटी से जुड़ी कई मुद्दे थे. उनको भी हिदायत दी गई है कि डॉक्टरों के सुरक्षा में कोई चुक नहीं होनी चाहिए. हमारे लिए डॉक्टर सुरक्षा काफी महत्वपूर्ण है. 135 के लगभग सिक्योरिटी मैन तैनात है. अब काम अच्छा होना चाहिए इसके लिए सभी को हिदायत दिया गया है.

    वहीं दूसरी तरफ मेडिकल कॉलेज के बाहर लगी प्राइवेट एंबुलेंस की जांच के क्रम में कागजात प्रस्तुत करने के लिए कहा गया. उचित कागजात नही मिलने के कारण दोनों एंबुलेंस को जप्त कर लिया गया. मौके पर एसडीओ नीरज कुमार, एडीएम रविन्द्र प्रसाद, अनुमंडल लोक शिकायत निवारण पदाधिकारी सुबीर रंजन, प्रिंसिपल भूपेंद्र प्रसाद, एमएस कृष्णा प्रसाद , डॉक्टर भास्कर सहित अन्य मौजूद थे.

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