शंकरपुर,मधेपुरा/ रायभीर गांव में वर्षो से चल रहे दो गुट में खूनी संघर्ष में बुधवार की संध्या एक व्यक्ति की सरे राह गोली मारकर हत्या कर दी गई है ।
जानकारी अनुसार एक गुट के रायभीर वार्ड नंबर 6 निवासी संजय यादव अपने पत्नी के साथ रायभीर चौंक हाट जा रहे थे। इसी दौरान वार्ड 9 के पिंटू यादव के घर के समीप पहुंचने पर दूसरे गुट के आधा दर्जन हथियार से लैस अपराधी के द्वारा संजय यादव को घेर कर एक गोली सीना में और दूसरा गोली सर में मार दिया जिससे संजय यादव की मौके पर ही मौत हो गई।
बुधवार को क्षेत्रीय विधि विज्ञान प्रयोगशाला भागलपुर से टीम घटना स्थल पर पहुंचकर हत्या के घटना की बारीकी से जांच पड़ताल किया और मृतक के घर पहुंचकर शव का भी जांच किया। इस दौरान मौके पर प्रभारी थाना अध्यक्ष अभय कुमार सिंह, जमादार कुद्दुस सहित पुलिस बल के जवान मौजूद थे।
मृतक के पत्नी के आवेदन पर हुआ मामला दर्ज : मृतक की पत्नी रीना देवी ने आवेदन में कहा है कि मोटरसाइकिल पर सवार होकर रायभीर हाट जा रहे थे वार्ड नंबर 9के पिंटू यादव के घर के समीप पहुंचने पर रायभीर के प्रमोद यादव,नीतीश कुमार,सदानंद यादव,,रमेश उर्फ किनू यादव और हरिराहा निवासी मुकेश कुमार ने मेरे पति की गोली मारकर हत्या करने के बाद पूरे परिवार के लोगो का हत्या कर देने के धमकी देते हुए भाग निकले ।
27 वर्षो से चल रहा खूनी रंजिश : रायभीर गांव में करीब 27 वषों पुरानी रंजिश के कारण करीब आधा दर्जन से अधिक लोगों ने अपना जान गंवा दिया है। घटना का जड़ 1992 ई में शुरू हुआ था उस समय सत्यनारायण यादव एवं जनार्दन यादव (जनसेवक) के बीच लडाई शुरू हुआ था। जिसमें सत्यनारायण यादव का बड़ा पुत्र तीर से घायल हो गया था जिसकी ईलाज के दौरान मौत गयी थी। इसके बाद दोनों पक्ष में विवाद बढता गया 2007 ई में एक पक्ष के पूर्व मुखिया सत्यनारायण यादव का गोली मारकर दरवाजे पर ही हत्या कर दिया गया था। उसके बाद सत्यनारायण यादव के गुट के लोगो ने जनांदन यादव के गुट के सत्यनारायण पांडेय नामक व्यक्ति के पत्नी का गोली मारकर हत्या कर दिया था उसके बाद जब नये पीढी का उदय हुआ तो वे लोग कलम छोड़ बंदूक हाथ में ले लिया।इलाके में दहशत मचाना शुरू कर दिया। इसी क्रम में 2014 ई में जनांदन यादव के इकलौता पौत्र अनुपम कुमार का गोली मारकर निर्मम हत्या कर दी गई।
पुनः इसी पक्ष के जून 2017 ई में 30 वषींय मंटू यादव का दिनदहाड़े घर में घुसकर दरवाजे पर गोली मारकर हत्या कर दी गई।इस घटना के बाद प्रशासन के द्धारा तत्काल वहाँ स्थायी पुलिस कैम्प बना दिया गया जो अबतक बरकरार है इसके बाबजूद भी प्रत्येक दिन शाम होते ही गोली की आवाज से आसमान गूंज उठता है। लोग डरे सहमे अपने घर में छिपे रहते है।
सूत्रों की माने तो प्रशासन के लापरवाही के कारण ही इस दहशत के लडाई में युवा वर्ग धकेले जा रहे है।वही नौनिहाल समुचित शिक्षा से वंचित हो रहे है।एक तरफ जनप्रतिनिधि एवं बुद्धिजीवी जहाँ मूकदर्शक बन खडे है वहीं प्रशासन अपना गोटी लाल करने में लगे हुए है। समय रहते यदि इन सबों पर नकेल नहीं कसा जाय तो आने वाले दिन में रायभीर जम्मू कश्मीर जैसा बन जाऐगा।
इस संबंध में अभय कुमार सिंह प्रभारी थाना अध्यक्ष शंकरपुर, मधेपुरा ने बताया कि मृतक के पत्नी के आवेदन पर पांच व्यक्ति के विरुद्ध हत्या का मामला दर्ज कर गिरफ्तारी हेतु छापेमारी किया जा रहा है।