मधेपुरा ब्यूरो/चौसा प्रखंड के पचरासी स्थल स्थित पांच दिवसीय राजकीय मेला का सूबे के शिक्षा मंत्री प्रोफेसर चंद्रशेखर यादव ने दीप प्रज्ज्वलित कर उद्घाटन किया।समारोह की अध्यक्षता अनुमंडल पदाधिकारी एस जेड हसन ने की।
प्रो चन्द्रशेखर ने कहा कि हम सभी को श्रीराम,श्रीकृष्ण के विचारों एवं पद चिन्हों पर चलें तो हमारे बीच से नफरत भाग जाएगा।भगवान कभी किसी जाति के दास नही हुए।श्रीराम,श्रीकृष्ण के सपनों का साम्राज्य बनाना है तो आपस में अमन चैन स्थापित तो करना ही है।उन्होंने कहा कि ज्ञान के प्रतीक है बाबा अम्बेडकर।अम्बेडकर साहब के विचारों को आत्मसात करने की जरूरत है।दुनिया को लोकतंत्र देने वाला बिहार है।फिरंगियों को भी खदेड़ने वाला बिहार है।बिहार ज्ञान की भूमि है।इसकी विरासत गौरवशाली है।
प्रो चन्द्रशेखर ने कहा कि शिक्षा विभाग में तीन लाख से अधिक नौकरियां प्रदान की जाएंगी, हम महागठबंधन सरकार द्वारा किए गए 10 लाख नौकरियों के वादे पर अडिग हैं और उसे पूरा करेंगे।योग्य उम्मीदवारों की योग्यता सूची उनकी योग्यता और शिक्षक पात्रता परीक्षा के परिणामों के आधार पर तैयार की जाएगी।बिहार में शिक्षा व्यवस्था को समृद्ध एवं विद्यालय को सुदृढ़ीकरण किया गया है।कई योजनाओं को क्रियान्वयन किया गया है।
समारोह की अध्यक्षता करते हुए अनुमंडल पदाधिकारी एस जेड हसन ने आगत अतिथियों का स्वागत करते हुए कहा कि बाबा विशु राउत के पचरासी स्थल में 2018 से राज्य सरकार द्वारा राजकीय मेला लगाया जा रहा है।बाबा विशु की महिमा एवं चमत्कार काफी प्रसिद्ध है।यहां पड़ोसी देश नेपाल, झारखंड के अलावे बिहार के विभिन्न जिले से श्रद्धालु आते हैं।जिनके हर सुख सुविधाओं का खयाल प्रशासन रखती है।
समारोह को प्रमुख प्रतिनिधि मिथिलेश कुमार यादव,बेचन यादव,प्रमोद प्रभाकर,पूर्व मुखिया रामदेव सिंह ने भी सम्बोधित किया।बेचन यादव ने छह सूत्री का एक मांग पत्र मंत्री जी के नाम पढ़ा जिसे अनुमंडल पदाधिकारी ने मंत्री श्रीयादव को सौपा।