चौसा में श्रीराम कथा का आयोजन

👉कथावाचक बबलू दास जी ने कहा संत की कृपा से सत्संग मिलती है

चौसा,मधेपुरा
चौसा प्रखंड के अभिया टोला संकटमोचन हनुमान मंदिर में एक दिवसीय श्रीराम कथा का आयोजन किया गया।
कथावाचक बबलू दास जी महराज ने कहा कि मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्रीराम की कथा ही केवल कथा है, बाकी सब व्यथा है। जीवन में प्राणी का भगवान से जुड़ना कथा है। सच्चा लोकतंत्र तो भगवान श्रीराम के राज में था।
संतों की कृपा से ही समागम होता है। उन्होंने कहा कि रामकथा के जरिए मनुष्य का जीवन संवर जाता है। वह बुरे कर्म छोड़कर नेकी की राह पर चल पड़ता है। सत्संग से मानव अपने साथ-साथ परिवार एवं समाज का भी कल्याण करने लगता है। संत की कृपा से सत्संग मिलती है और जब संत विशेष कृपा करता है तो समागम मिल जाता है।


मानस मंजरी पूजा भारती ने कहा कि संतों की कृपा से ही समागम मिलता है। रामकथा के जरिए मनुष्य का जीवन संवर जाता है। वह बुरे कर्म छोड़कर नेकी की राह पर चल पड़ता है। सत्संग से जुड़ने के बाद मानव अपने साथ-साथ परिवार एवं समाज का भी कल्याण करने लगता है। संत की कृपा से सत्संग मिलता है और जब संत विशेष कृपा करता है तो समागम मिल जाता है। रामकथा के महत्व पर प्रकाश डालते हुए उन्होंने कहा कि अकेले प्रार्थना करने से हो सकता है कि परमात्मा कुछ देर में सुने, लेकिन जब एक साथ लाखों हाथ जुड़कर प्रार्थना करते हैं तो परमात्मा को सुनना ही पड़ता है। इसलिए रामकथा विशेष महत्व रखती है। सत्य का महत्व तब ही है जबकि सत्य को जीवन में मन, वचन, कर्म से स्वीकार किया जाए। सत्य का आचरण करने वाला व्यक्ति ही सामाजिक जीवन में प्रतिष्ठा एवं सम्मान प्राप्त करता है। सत्य के आचरण के आधार पर ही हम एक-दूसरे पर विश्वास करते हैं। परस्पर विश्वास की नींव पर ही संपूर्ण समाज की रचना टिकी हुई है। श्रीराम का उदाहरण देते हुए कहा कि उन्होंने अपने जीवन में मुसीबतों का सामना करते हुए समाज के सामने ऐसा आदर्श प्रस्तुत किया, जिसके अनुसरण से मनुष्य का जीवन सफल हो सकता है।कथा समाप्त होने पर श्रद्धालुओं में प्रसाद वितरीत किया गया।


मौके पर साहित्यकार संजय कुमार सुमन, मुखिया प्रतिनिधि मदन मंडल,राकेश जायसवाल, सौरभ जायसवाल,नित्तम कुमार गांधी,शंभु मंडल, परमानंद मंडल, संजय कुमार मंडल, गोपाल मंडल,सुमन कुमार, अनुराग कुमार,राजेश कुमार,ब्यूटी कुमारी समेत दर्जनों लोग उपस्थित थे।

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