मधेपुरा/ जिला मुख्यालय के झल्लू बाबू सभागार में शनिवार को मिशन शक्ति अंतर्गत प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना के नए पोर्टल से संबंधित प्रशिक्षण जिला प्रोग्राम पदाधिकारी रश्मि कुमारी, बाल विकाश परियोजना पदाधिकारी विनीता, मो इमरान आलम, जिला कार्यक्रम समन्वयक एवं राजेश कुमार, जिला कार्यक्रम सहायक द्वारा सभी बाल विकास परियोजना पदाधिकारी, सभी महिला पर्यवेक्षिका, सभी प्रखंड समन्वयक एवं सभी डाटा इंट्री ऑपरेटर/कार्यपालक सहायक को दिया गया।
डीपीओ रश्मि कुमारी द्वारा बताया गया कि समाज के सामाजिक एवं आर्थिक रूप से वंचित वर्गों से संबंधित पहली वार माँ बनने वाली गर्भवती एवं स्तनपान कराने वाली माताओं को प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना के तहत दो किस्तों में कुल पाँच हजार रुपये का देने का प्रावधान किया गया है। वहीं यदि दूसरा संतान कन्या शिशु जन्म लिया हो तो ऐसे लाभुक को एक क़िस्त में छः हजार रुपये दिया जाएगा। इस योजना के तहत वित्तीय वर्ष-2023-24 में अतिरिक्त आंगनबाड़ी केंद्र के लिए 8 एवं मिनी आंगनबाडी केंद्र के लिए 5 आवेदन प्रति आंगनबाडी केंद्र के अनुसार कुल-17234 लक्ष्य विभाग द्वारा निर्धारित किया गया है।
जिला कार्यक्रम समन्वयक मो इमरान आलम ने कहा कि इस योजना के पात्र लाभुक होंगे:-
1. जिनका पारिवारिक वार्षिक आय 8 लाख से कम हो
2. मनरेगा जॉब कार्ड धारी लाभुक
3. किसान सम्मान निधि अंतर्गत लाभुक
4. ई-श्रम कार्ड धारी लाभुक
5. प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना के लाभुक
6. बी.पी.एल कार्ड धारी लाभुक
7. आशिंक या पूर्ण रूप से दिव्यांगजन
8. अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति महिलाएं
9. गर्भवती एवं धातृ आंगनबाड़ी सेविका/ सहायिका/आशा।
वहीं जिला कार्यक्रम सहायक राजेश कुमार ने कहा कि नए पोर्टल में लाभुक का मोबाइल नंबर, RCH ID एवं पात्र लाभुक से संबंधित कागजात अनिवार्य कर दिया गया है। लाभुक अपना आवेदन घर बैठे इस योजना के वेबसाइट https://pmmvy.nic.in. पर करके लाभ ले सकता है या नजदीक के आंगनबाड़ी केंद्र से संपर्क कर लाभ ले सकता है। साथ ही जिला समन्वयक अंशु कुमारी के द्वारा पोषण ट्रैकर के माध्यम से माइक्रो लेवल पर मोनिटरिंग कर डाटा को शतप्रतिशत अपलोड करने के लिए कहा गया।
प्रशिक्षण में बाल विकास परियोजना पदाधिकारी अहमद रज़ा खां, आशीष नंदन, स्वेता कुमारी, निशा कुमारी, मधुरिमा सिंह के साथ- साथ सभी प्रखंड समन्वयक, सभी महिला पर्यवेक्षिका, सभी डाटा इंट्री ऑपरेटर मौजूद थे।