सिंहेश्वर मंदिर की सुंदरता ने ली मजदूर की जान, आए दिन लोग होते हैं घायल

मधेपुरा/ जिले में स्थित ऋषि श्रृंग की तपोभूमि, बाबा भोले की नगरी सिंहेश्वर धाम जहां भक्तों के लिए जानलेवा बना दिया गया है वहीं कुछ लोगों के लिए बाबा के चढ़ावे में मिले राशि को लूटने का जरिया बन गया है। बाबा मंदिर परिसर में सावन से पहले जोरशोर से निर्माण और पुनर्निर्माण का कार्य शुरू किया गया। दावा किया गया कि बाबा मंदिर अब पहले से अधिक आकर्षक और सुंदर दिखेगा। मंदिर के पुराने टाइल्स और मार्बल को तोड़ कर नया टाइल्स लगाया गया। टाइल्स लगने के बाद परिसर में कई लोग फिसल कर गिरे और घायल हुए। लेकिन अब एक मौत हो चुकी है।

घटना बीते रविवार की बताई जा रही है। सावन की पहली सोमवारी और पहले राजकीय श्रावणी मेला को लेकर सभी कामों को अंतिम रूप दिया जा रहा था। इसी दौरान काम में लगे एक मजदूर परिसर में लगे टाइल्स पर सीमेंट का बोरा लेकर फिसल गया। जिससे उसका पेट फट गया। आननफानन में उसे इलाज के लिए मधेपुरा मेडिकल कालेज अस्पताल में भर्ती कराया गया। यहां से उसे इलाज के लिए एक निजी अस्पताल में लाया गया जहां 5 दिन इलाज के बाद कल रेफर कर दिया गया। परिजन उसे सहरसा के एक निजी अस्पताल ले गए जहां उसकी बीती रात मौत हो गई। मृतक मजदूर का नाम बेचू मुखिया (27) बताया जा रहा है। जो सिंहेश्वर नगर पंचायत के वार्ड नंबर 11 का रहने वाला था। इस घटना के संबंध में मृतक के चाचा दिलीप मुखिया ने बताया कि घटना के दिन वो सुबह 7 बजे ही काम पर चला गया था। 8 बजे के करीब जानकारी मिली की बेचू को चोट लग गया है। हम लोग सोचे मामूली चोट है लेकिन दोपहर बाद पता चला वो गंभीर रूप से घायल है और मेडिकल कालेज में भर्ती है। जब वहां गए तो स्थिति बहुत खराब थी। ठेकेदार 10 हजार रुपया मात्र देने की बात कर वहां से निकल गया। बाद में मेडिकल कालेज से भी रेफर कर दिया गया। दिलीप ने बताया कि मृतक बेचू का 2700 रुपिया भी ठेकेदार के ही पास था।

Comments (0)
Add Comment