स्वामी विवेकानंद एवं पंडित दीनदयाल के राष्ट्रवादी एवं एकात्म मानववादी चिंतन पर अंकेश को मिला पीएचडी उपाधि
मधेपुरा/ भूपेंद्र नारायण मंडल विश्वविद्यालय मधेपुरा के पीजी राजनीती शास्त्र विभाग में विभागाध्यक्ष डॉ. अर्जुन कुमार यादव की अध्यक्षता में पीएचडी की मौखिकी का आयोजन हुआ. विभागाध्यक्ष डॉ. अर्जुन कुमार यादव ने बताया कि पीजी राजनीती शास्त्र विभाग के शोधार्थी अंकेश कुमार के शोध ग्रंथ स्वामी विवेकानंद एवं पंडित दीनदयाल उपाध्याय के राष्ट्रवादी एवं एकात्म मानववादी चिंतन विषय पर बाह्य परीक्षक के रूप में तिलकामांझी भागलपुर विवि राजनीती शास्त्र विभाग के पूर्व विभागाध्यक्ष डॉ रमेशचंद्र राय एवं आंतरिक परिक्षक के रूप में भूपेंद्र नारायण मंडल विश्वविद्यालय पीजी राजनीती शास्त्र विभाग के पूर्व विभागाध्यक्ष डॉ. जीतेन्द्र कुमार सिंह एवं संकायध्यक्ष डॉ. राजकुमार सिंह कि उपस्थिति में पीएचडी उपाधि हेतु मौखिकी का आयोजन हुआ.
विवेकानंद व दीनदयाल युवाओं के मार्गदर्शक इस पर शोध को बढ़ावा मिले : तिलकामांझी भागलपुर विवि राजनीती शास्त्र विभाग के पूर्व विभागाध्यक्ष डॉ रमेशचंद्र राय एवं भूपेंद्र नारायण मंडल विश्वविद्यालय पीजी राजनीती शास्त्र विभाग के पूर्व विभागाध्यक्ष डॉ. जीतेन्द्र कुमार सिंह ने कहा कि विवेकानंद एवं दीनदयाल दोनों महापुरुषों का मानना था कि नर कि सेवा ही नारायण कि सेवा है जब तक समाज के अंतिम वर्ग का कल्याण नहीं होगा तब तक समाज आगे नहीं बढ़ सकता है.
शोध को गुणवत्तापूर्ण बनाने के लिए सरकार पहल करें : केपी कॉलेज के प्राचार्य डॉ. जवाहर पासवान एवं पूर्व कुलसचिव डॉ. नरेंद्र श्रीवास्तव ने कहा कि आज के समय में शोध को बढ़ावा देने के लिए सरकार को पहल करनी चाहिए. जिससे कि छात्र लगन के साथ गुणवत्तापूर्ण शोध कर सके.
इस अवसर पर डॉ. ललन प्रसाद अद्री, डॉ. रहमान, डॉ बिमला, संतोष कुमार, रंजन कुमार, नितेश कुमार, ब्रजेश कुमार, आनंद कुमार,माया के अध्यक्ष राहुल यादव,सुधांशु, यतीन्द्र कुमार मुन्ना , अनंत प्रताप सहित बड़ी संख्या में शिक्षक, कर्मचारी एवं छात्र -छात्राएँ उपस्थित रहे.