मधेपुरा। 17 बिहार बटालियन एनसीसी सहरसा के पत्र के आलोक में टीपी कॉलेज के राष्ट्रीय कैडेट कोर की ओर से फाइलेरिया उन्मूलन अभियान के तहत रविवार को जागरूकता रैली निकाली गई। इसमें बिहार सरकार के स्वास्थ्य मंत्रालय के अधिन संचालित सेहत केंद्र ने भी सहयोग किया। प्रधानाचार्य प्रो. (डॉ.) कैलाश प्रसाद यादव ने रैली को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। उन्होंने कहा कि यह प्रायः संक्रामक उष्णकटिबन्धीय रोग है। यह परजीवी द्वारा फैलता है। उन्होंने बताया कि फाइलेरिया के आठ प्रकार के परजीवी ज्ञात हैं, जो मानवों को अपना निशाना बनाते हैं। इसको समाप्त करने के लिए टीकाकरण शुरू किया गया है।
एनसीसी पदाधिकारी लेफ्टिनेंट गुड्डू कुमार ने कहा कि फीलपांव यानी हाथी पांव से बचाव के लिए सबसे पहले अपने आस पास को साफ सुथरा रखें और पानी इकट्ठा नहीं होने दे। समय समय पर कीटनाशक दवा का छिड़काव करें। उप कुलसचिव स्थापना डॉ. सुधांशु शेखर ने बताया कि फाइलेरिया उन्मूलन के लिये सभी जगह सर्वजन दवा पिलाओ अभियान चलाया जा रहा है। सभी लोग स्वयं दवा पीएं और अपने परिजनों, आस-पास के लोगों एवं नगर के अन्य लोगों को दवा खाने के लिए प्रेरित भी करें। यह दवा खाली पेट नहीं लेनी है।
मनोविज्ञान विभागाध्यक्ष डॉ. शंकर कुमार मिश्र ने कहा कि फाइलेरिया की दवा खाने के बाद किसी-किसी को जी मिचलाना, चक्कर या उल्टी आना, सिर दर्द, खुजली की शिकायत हो सकती है। इससे घबराने की जरुरत नहीं है। यह एक सामान्य प्रक्रिया है। ऐसा शरीर में फाइलेरिया के परजीवी होने से हो सकता है, जो दवा खाने के बाद मरते हैं। ऐसी प्रतिक्रिया कुछ देर में स्वतः ठीक हो जाती है।
मौके पर अर्थपाल डॉ. मिथिलेश कुमार अरिमर्दन, गौरव कुमार, शलेंद्र कुमार, नीतीश कुमार, अरविंद कुमार, अन्नू कुमारी, बेबी कुमारी, चांदनी कुमारी, अभिषेक कुमार, अमित कुमार, नीतू कुमारी, राहुल कुमार, राजा कुमार, आशीष कुमार, ओम कुमार सिंह, भारती कुमारी, लवली कुमारी, बबली कुमारी, प्रीति प्रिया, अनुपम कुमारी, ज्योति कुमारी, श्वेता भारती, सावित्री कुमारी, बेबी कुमारी, गुड़िया कुमारी, सरस्वती कुमारी, नैना कुमारी, नेहा कुमारी, नेहा रानी, प्रीति प्रिया, निशा कुमारी, शिवानी कुमारी, नीतीश कुमार यादव, प्रेम शंकर कुमार, गणेश चंद्रसेन, एमडी रियाज, मंजेश कुमार, अंकित कुमार, आशीष कुमार, कुंदन कुमार, एमडी तमन्ना सहित दर्जनों छात्र-छात्राएं और एनसीसी कैडेट्स उपस्थित थे।