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  • सार्क इंटरनेशनल स्कूल का शिक्षा-संस्कार से सफलता तक का संकल्प सराहनीय : उप सभापति

    मधेपुरा/ शहर के बेहतर निजी विद्यालयों में शुमार सार्क इंटरनेशनल स्कूल का बीते दिन वार्षिकोत्सव मनाया. इस दौरान मुख्य अतिथि के रूप में बिहार विधानसभा के उप सभापति नरेंद्र नारायण यादव पहुंचे. उद्घाटन संबोधन में बिहार विधान के उप सभापति नरेंद्र नारायण यादव ने कहा कि शिक्षा किसी भी समाज की दशा एवं दिशा को


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    मधेपुरा/ शहर के बेहतर निजी विद्यालयों में शुमार सार्क इंटरनेशनल स्कूल का बीते दिन वार्षिकोत्सव मनाया. इस दौरान मुख्य अतिथि के रूप में बिहार विधानसभा के उप सभापति नरेंद्र नारायण यादव पहुंचे. उद्घाटन संबोधन में बिहार विधान के उप सभापति नरेंद्र नारायण यादव ने कहा कि शिक्षा किसी भी समाज की दशा एवं दिशा को तय करने वाला प्रकाशपुंज है। ऐसे में सीमित संसाधनों के बावजूद सार्क इंटरनेशनल स्कूल द्वारा शिक्षा-संस्कार से सफलता तक का सूत्र अनुकरणीय है।

    उन्होंने अपने संबोधन में राम, कृष्ण से लेकर सिकंदर, नेपोलियन एवं डॉ. कलाम के जीवन पर प्रकाश डाला और शिक्षा के महत्व को रेखांकित किया। उन्होंने कहा कि किसी भी समाज एवं राष्ट्र को बदलने के लिए शिक्षा से बड़ा कोई शस्त्र नहीं हो सकता। आज के ये छोटे छोटे बच्चे ही कल के भविष्य हैं इस लिए सभी शिक्षकों का परम कर्तव्य है कि उन्हें भविष्य के लिए उपयोगी बनाएं।

    शिक्षा हमेशा बहुद्देशीय होना चाहिए : प्रो. कौशल किशोर मंडल
    मुख्य अतिथि तिलकामांझी विश्वविद्यालय के पूर्व प्रति कुलपति प्रो. कौशल किशोर मंडल ने कहा कि शिक्षा हमेशा बहुद्देशीय होना चाहिए। हर शिक्षण संस्थान का दायित्व बनता है कि उसी दिशा में वो प्रयास भी करे। उन्होंने कहा कि सार्क इंटरनेशनल स्कूल में लगातार विविध कार्यक्रमों का आयोजन बच्चों के चतुर्दिक विकास का संवाहक बनेगा ।

    विशिष्ट अतिथि टी. पी. कॉलेज के प्रधानाचार्य सह डीन प्रो. कैलाश प्रसाद यादव तथा पार्वती साइंस कॉलेज के प्रधानाचार्य एवं पूर्व डीन प्रो. अशोक कुमार ने कहा कि ऐसे आयोजन जहां माहौल को खुशनुमा बनाते हैं, वहीं बच्चों के अंदर की छीपी प्रतिभा को निखारने का सुअवसर भी देते हैं।

    वरीय साहित्यकार सह पूर्व डीन डॉ विनय कुमार चौधरी ने सांस्कृतिक कार्यक्रम में अलग अलग बिंदुओं पर केंद्रित प्रस्तुतियों की सराहना की। उन्होंने विद्यालय के निरंतर उत्कर्ष की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि आज के भागमभाग भरी जिंदगी में यह कार्यक्रम छात्रों, शिक्षकों,अभिभावकों को एकत्रित करने का माध्यम भी बनता है।

    शिक्षा ,संस्कार से सफलता तक के संकल्प पर केंद्रित है सार्क का प्रयास : सम्मानित अतिथि समाजशास्त्री डॉ. आलोक कुमार तथा टी. पी. कॉलेज पीजी दर्शनशास्र के विभागाध्यक्ष डॉ. सुधांशु शेखर ने कहा कि जीवन को सफल बनाने के साथ-साथ सार्थक बनाने की भी जरूरत है। इस दिशा में सार्क इंटरनेशनल स्कूल द्वारा शिक्षा-संस्कार से सफलता के मूलमंत्र पर केंद्रित होकर कार्य करना सराहनीय है।

    स्कूल के सेक्रेटरी रजाउर रहमान, निजी विद्यालय संघ के प्रांतीय संयुक सचिव अखलेंद्र कुमार ने कहा कि सार्क एनुअल डे एंड म्यूजिकल फीस्ट एंड फेयरवेल बच्चों के अंदर की कई छुपी प्रतिभाओं को सामने का एक सार्थक प्रयास है।

    जिला संयोजक चिरामनी प्रसाद यादव, निजी विद्यालय संघ के प्रवक्ता मानव सिंह, महिला नेत्री विनीता भारती, ब्राइट एंजल्स के निदेशक निक्कू नीरज, कबड्डी के राष्ट्रीय रेफरी अरुण कुमार ने कहा कि सार्क का प्रयास अपनी सांस्कृतिक विरासत से जुड़ने का एक महत्वपूर्ण अवसर है।

    इसके पूर्व अतिथियों द्वारा संयुक्त रूप से विधिवत दीप प्रज्ज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया। उद्घाटन के उपरांत सार्क इंटरनेशनल के डायरेक्टर अबू जफर ने अतिथियों को अंगवस्त्र, मोमेंटो आदि के साथ सम्मानित करते हुए सार्क इंटरनेशनल स्कूल के एनुअल फंक्शन में अपना कीमती समय देने के लिए अतिथियों का आभार भी व्यक्त किया।

    कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए प्रिंसिपल हर्ष वर्धन सिंह राठौर ने विद्यालय के स्थापना, सफर,उपलब्धि, चुनौती, भावी योजनाओं की चर्चा करते हुए विद्यालय की उपलब्धियों की चर्चा की। उन्होंने इसका श्रेय सबों के सहयोग को दिया। मो. सरवर अली के संचालन में वर्ग दशम के बच्चों को फेयरवेल के अंतर्गत अतिथियों द्वारा मोमेंटो देकर सम्मानित करते हुए उनके बोर्ड एग्जाम में बेहतर रिजल्ट की कामना की गई।

    सार्क एनुअल फंक्शन में विविधता में एकता की दिखी झलक : सार्क एनुअल डे एंड म्यूजिकल फीस्ट एंड फेयरवेल में स्कूल के बच्चों ने अलग अलग थीम पर केंद्रित मनमोहक प्रस्तुति देकर कार्यक्रम को विविधता में एकता की थीम की झलक दिखाई।कार्यक्रम की शुरुआत जहां वेलकम डांस से हुई वहीं झिझिया, मेरी शान तिरंगा,बम बम भोले, जय शिव शंकर,समा चकेवा, आली मौला,तांडव की प्रस्तुतियों ने ऑडियंस को वंश मोर की डिमांड करने को विवश कर दिया। खासकर जैद और रयान, आर्यन, अंकित, आदित्य, शाकिब की कवाली टीम ने तो मानों पूरी महफिल ही लूट ली।उसके बाद तालीम, टुगेदर वी राइज, शिक्षा जैसे विषयों पर हिंदी, उर्दू,इंग्लिश, संस्कृत में बच्चों के संबोधन ने सबका ध्यान अपनी ओर खींचा।सरहद, लड़की, राजनीति, पत्रकारिता पर केंद्रित कविता की प्रस्तुतियों से बच्चों ने दिखाया कि वो हर क्षेत्र में बेहतर करने में सक्षम हैं। सोशल मीडिया, बागवान टू,सास बहु,बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ जैसे विषयों पर नाट्य प्रस्तुतियों ने वर्तमान और अतीत के सामाजिक हालातों की ओर ध्यान खींचा।लगातार पांच घंटे तक चले एनुअल फंक्शन को सफल संचालन में इंग्लिश टीचर सादिया स्टूडेंट एंकर जैद,आर्यन, आदित्य, रयान, मदीहा, आलिया आदि की एंकरिंग अहम रही। इसमें समाज के विभिन्न वर्गों के प्रतिनिधियों सहित बच्चे और अभिभावक अंत तक जमे रहे। कार्यक्रम को सफल बनाने में शिक्षक मदनमोहन झा,राजीव कुमार, आशीष मिश्रा प्रसन्ना सिंह राठौर, इमरान, तबस्सुम, नेहा, उबैद, श्याम, सादिया, चांदनी, सुमित, जेबा, पायल, रानी, कोरियोग्राफर शकील एंड टीम की महत्वपूर्ण भूमिका रही।कार्यक्रम के अंत में पत्रकार रजीउर रहमान और अमित कुमार अंशु, कोरियोग्राफर शकील को अंगवस्त्र और मोमेंटो से सम्मानित किया गया।

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