कोसी टाइम्स प्रतिनिधि@चौसा (मधेपुरा)
आज गुरुवार को चौसा प्रखंड के विभिन्न क्षेत्रों में महिलाओं ने श्रद्धा के साथ वट सावित्री की पूजा अर्चना की। पति की लंबी उम्र के लिए एक दिन की उपवास के बाद सुहागिनों ने बरगद पेड़ के चारों ओर फेरे लगाकर अपने पति के दीर्घायु की कामना की। महिलाओं ने पूरी श्रद्धा और सच्ची आस्था के साथ वट सावित्री की पूजा की।व्रत को लेकर प्रात: से ही महिलाओं का हुजूम चौसा के विभिन्न बरगद पेड़ के नीचे दिखने लगा था। वैदिक मंत्रोच्चार के बीच महिलाओं ने पंचोपचार विधि से वट वृक्ष का पूजन किया एवं वृक्ष में कच्चा सूत बांधकर परिक्रमा की।
लाल-पीली साडिय़ों में सजी भटगामा की महिलाएं बंदना कुमारी,पुष्पा कुमारी, पूनम कुमारी, रिमझिम कुमारी, संगीता कुमारी जुली कुमारी ने बताया कि हिंदू धर्म में महिलाएं पति की लंबी आयु के लिए वट सावित्री व्रत रखती है। यह पर्व हर साल ज्येष्ठ मास के कृष्ण पक्ष की अमावस्या तिथि को आता है। इस पूजा को करने के लिए विशेष विधि-विधान है, जिसका पालन सख्ती से किया जाता है। वट सावित्री के पूजन सामग्री में बांस का पंखा, लाल कलावा, सुहाग का समान, मूर्तियां, धूप, दीप, घी, कच्चा सूत, चना, बरगद का फल, जल से भरा कलश सामग्री की जरूरत होती है। उन्होंने कहा पूजन के उपरांत सदा-सुहागिन रहने की मनौती मांगी।
चौसा की व्रती महिलाएं गीता कुमारी,सुलेखा देवी सुधा गुप्ता,कंचन कुमारी,स्वीटी यादव,प्रतिज्ञा सुमन ने कहा कि वट सावित्री पूजन विवाहित स्त्रियों के जीवन में बहुत महत्व है। इसी दिन माता सावित्री कड़ी तपस्या के बाद यमराज से अपने पति सत्यवान के प्राण बचाकर ले आई थीं।