पंचायतवार निर्धारित किसान चौपाल का नुक्कड़ नाटक कला जत्था के माध्यम से की जाएगी आयोजित
रवी किसान चौपाल कार्यक्रम की शुरुआत 15 नवंबर से 5 दिसंबर तक चलेगा।
मधेपुरा प्रतिनिधि/जिला कृषि पदाधिकारी सह परियोजना निदेशक (आत्मा) मधेपुरा श्री राजन बालन के आदेश पर पंचायतवार निर्धारित किसान चौपाल का नुक्कड़ नाटक कला जत्था के माध्यम से आयोजित की जाएगी। जिसका विधिवत हरी झंडी दिखाकर सहायक परियोजना निदेशक मोहम्मद मेराज एवं सहायक निदेशक (प्रक्षेत्र)मनोज कुमार ने प्रखंड के लिए जिला से रवाना किया। रवी किसान चौपाल कार्यक्रम की शुरुआत 15 नवंबर से 5 दिसंबर तक चलेगा।
सहायक परियोजना निदेशक मोहम्मद मेराज आलम ने कहा कि वर्तमान में किसान धान फसल की कटनी कर गेहूं एवं मक्का खेती के लिए तैयार कर रहे हैं। किसान बंधु धान की पराली पूआल को अपने खेत में जला देते हैं, इस जत्था के माध्यम से यह संदेश दिया जाएगा कि अपने खेत में पराली को नहीं जलाएं ,क्योंकि इससे पर्यावरण एवं हमारी उपजाऊ मिट्टी दोनों को हानी है। इसके लिए कृषि विभाग तत्पर है। किसान बंधु अपने खेत में पराली नहीं जलाएं ।
मोहम्मद मेराज ने कहा कि हमारे लिए नल- जल- हरियाली महत्वपूर्ण है ।जल की सुरक्षा एवं पेड़ पौधों की सुरक्षा करना जरूरी है। जिससे पर्यावरण एवं जल जीवन बचा रहे ।नुक्कड़ नाटक के माध्यम से किसानों के बीच जागरूकता फैलाने के लिए जिले के प्रत्येक पंचायत ,टोला ,मोहल्ला में निर्धारित तिथि को आयोजित की जाएगी।
सहायक निदेशक (प्रक्षेत्र )मनोज कुमार ने बताया कि किसान चौपाल के माध्यम से किसानों को यह बताया जाएगा कि अपने फसल की सुरक्षा कैसे करेंगे। इसके लिए पंचायत में कार्यरत कृषि समन्वयक एवं किसान सलाहकार पंचायत कृषि कार्यालय में रहते हैं। जिससे किसान अपने विचारों को जानने के लिए संपर्क कर सकते हैं। नवीनतम तकनीक के माध्यम से गेहूं की खेती अत्यंत ही लाभकारी हैं। इसलिए किसान बंधु नवीनतम तकनीक के माध्यम से खेती कर सकते हैं। नुक्कड़ नाटक के माध्यम से जल को बचाने से संबंधित भी मंचन किया जाएगा एवं पर्यावरण को बचाने के लिए पराली को नहीं जलावे। इसका भी संदेश दिया जाएगा ।श्री कुमार ने बताया कि जिला के प्रत्येक पंचायत में यह कार्यक्रम आयोजित होगी।जिसमें सभी कृषि कर्मी भाग लेंगे। इस मौके पर सहायक निदेशक अभियंत्रण मुरारी कुमार मौजूद रहे।