माहवारी स्वच्छता दिवस पर बालिकाओं ने निकाली जागरूकता रैली
👉🏻सीडीपीओ श्वेता कुमारी ने कहा माहवारी के दौरान महिला या किशोरियों को अपवित्र मानने और धार्मिक अनुष्ठानों से दूर रखने की समाज की अवधारणा को बदलने की आवश्यकता है
मधेपुरा ब्यूरो/समाज कल्याण विभाग के निर्देशानुसार प्रखंड बाल विकास परियोजना पदाधिकारी चौसा श्वेता कुमारी के नेतृत्व में आज कन्या मध्य विद्यालय चौसा एवं जनता उच्च विद्यालय चौसा की बालिकाओं के द्वारा माहवारी स्वच्छता दिवस पर जागरूकता रैली का आयोजन किया गया।रैली के बाद एक गोष्ठी का भी आयोजन किया गया गया।जिसमें बालिकाओं के लिए सरकार के द्वारा संचालित विभिन्न योजनाओं की जानकारी बच्चों की दी।
गोष्ठी को सम्बोधित करते हुए सीडीपीओ श्वेता कुमारी ने कहा कि यह कार्यक्रम माहवारी या मासिक धर्म के प्रति स्वच्छता रखने और भ्रांतियां मिटाने के लिए आयोजन किया गया है।हर महीने की पांच दिन एक किशोरी को दर्द, तनाव, हिचक और कई भ्रांतियों से दो चार होकर गुजारने पड़ते हैं, जबकि उन पांच दिनों में उसे आराम और खुश रहने की आवश्यकता होती है। उन्होंने कहा कि माहवारी लड़की के जीवन की स्वाभाविक प्रक्रिया है।9-13 वर्ष के बीच इसकी शुरुआत होती है। 28 से 31 दिनों के बीच में एक बार माहवारी होती है। कुछ लड़कियों को माहवारी के समय पेट के निचले हिस्से में दर्द, मितली और थकान हो सकती है। यह घबराने की बात नहीं है।उन्होंने माहवारी को लेकर भ्रांतियों और संकोच को छोड़ने पर चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि इसको लेकर महिला या किशोरियों को अपवित्र मानने और धार्मिक अनुष्ठानों से दूर रखने की समाज की अवधारणा को बदलने की आवश्यकता है। उन्होंने प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना, मुख्यमंत्री कन्या उत्थान योजना, बाल विवाह, बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ समेत अन्य योजनाओं पर चर्चा की।
मौके पर प्रखंड समन्वयक आशीष देव,विद्यालय के प्रधानाध्यापक विजय पासवान,पूर्व बीआरपी राजीव कुमार,शिक्षक संजय कुमार सुमन,गोविंदा कुमार, रेहाना खातून,प्रतिभा गुप्ता,विभा कुमारी, उमेश प्रसाद यादव,जनता उच्च विद्यालय के प्रभारी प्रधानाध्यापक दयानंद यादव,ब्रजकिशोर कुमार, नमिता केशरी समेत शिक्षक व बच्चे उपस्थित थे।