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  • शादी के बाद वर-वधु को भेंट किया फलदार पौधा,बना चर्चा का विषय

    मधेपुरा प्रतिनिधि अक्सर शादी में दूल्हा-दुल्हन को उपहार में चैन, या अन्य महंगी वस्तुएं दी जाती हैं लेकिन जिले के सामाजिक शैक्षणिक कल्याण संघ चौसा के युवाओं ने एक विवाह समारोह में वर-वधु को पौधे भेंट किए हैं। वर-वधु ने भी सप्रेम इन पौधों को स्वीकार कर इन्हें रौपा और इन्हें पालने का संकल्प लिया


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    मधेपुरा प्रतिनिधि
    अक्सर शादी में दूल्हा-दुल्हन को उपहार में चैन, या अन्य महंगी वस्तुएं दी जाती हैं लेकिन जिले के सामाजिक शैक्षणिक कल्याण संघ चौसा के युवाओं ने एक विवाह समारोह में वर-वधु को पौधे भेंट किए हैं। वर-वधु ने भी सप्रेम इन पौधों को स्वीकार कर इन्हें रौपा और इन्हें पालने का संकल्प लिया है। पौधे के तौर पर वह अपने विवाह की तिथि और उस पल को अमिट करेंगे।
    मालूम हो कि बीते दिन चौसा प्रखंड के जदयू युवाध्यक्ष सह अभिया टोला निवासी नित्तम कुमार गांधी की शादी हुई थी।शादी के बाद उनके घर पर आयोजित वर वधु स्वागत के लिये एक समारोह का आयोजन किया गया।जिसमें संघ के युवाओं ने उपस्थिति दर्ज कर वर वधु को दो फलदार पेड़ भेंट की।यह पहल चारों तरफ चर्चा का विषय बन गया है।

    संघ के सचिव संजय कुमार सुमन ने बताया कि अक्सर पैसे वाले लोग महंगी वस्तुएं उपहार में प्रदान कर देते हैं, लेकिन गरीब लोगों के सामने उपहार देने की समस्या होती है। इसलिए उनके द्वारा यह नई प्रथा प्रारंभ की जा रही है, जिसमें वह प्रत्येक विवाह में वर-वधु को फूल व फलदार पौधे उपहार में देंगे। उन्होंने कहा कि इस पौधे को वर-वधु दोनों के द्वारा लगवाया जाएगा और उन्हें संकल्प दिलाया जाएगा कि वह इस पौधे का संरक्षण भी करें और इसको पाले भी। पौधा लगाकर वर-वधु अपने विवाह दिवस को भी हमेशा के लिए अमिट कर सकते हैं।शादी- विवाह, मुंडन, जन्मदिन,श्राद्ध जैसे कार्यक्रमों में वह पाम, तुलसी, वट, पीपल,फलदार व मनी प्लांट के पौधे देकर उसे लगाने के लिए प्रेरित करते हैं।उन्होंने कहा कि हर साल लाखों शादियां होती हैं, यदि सारे जोड़े विवाह के बाद पौधरोपण करें, तो सभी इलाके हरे भरे होंगे और इसके लिए अलग से किसी योजना की जरूरत नहीं पड़ेगी।


    संघ के संरक्षक सत्यप्रकाश गुप्ता विदुरजी ने कहा कि भारतीय संस्कृति में जीवन के तमाम अवसरों को उत्सव स्वरूप मनाने की परंपरा है, जिससे बचपन से ही बालमन में प्रकृति, पर्यावरण, परंपरा, संस्कार, संस्कृति के विचारों का पोषण और समाजपोयोगी व्यक्तित्व का निर्माण होता है।
    शिक्षक महेश कुमार मुरारी,डॉ मनोज कुमार मंडल ने कहा कि पर्यावरण संकट लगातार गहराता जा रहा है, जिसके लिए सरकार नित नई योजनाएं और अभियान चलाती है, जिससे लोग जागरूक हो सकें। इसके बावजूद लोग पेड़ों को काटने से नहीं हिचकते।
    वर वधू ने इस उपहार की प्रशंसा कर उनकी पूरी जिम्मेदारी से रखवाली करने का प्रण लिया है।जिस तरह शादी के पवित्र बंधन को निभाना है उसी प्रकार पृथ्वी को बचाने के लिए पेड़ पौधों की पूरी जिम्मेदारी के साथ रखवाली कर इस बंधन को भी निभाई जानी चाहिए।
    मौके पर जदयू नेता नवदम्पत्ति नित्तम कुमार गांधी,सिम्पल कुमारी,परमानंद मंडल, डॉ मनोज कुमार मंडल, डॉ संजय कुमार मंडल,युवा समाजसेवी अमित कुमार अमर्त्य,अंजनी देवी,अनुपम कुमार, सिंटू कुमार,नयन कुमार समेत दर्जनों लोग उपस्थित थे।

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