छात्र संगठन के नेताओं से कुलपति ने किया वार्ता, दिए आश्वासन

मधेपुरा/ एनएसयूआई, एआईएसएफ, छात्र जदयू, आइसा,छात्र राजद ने संयुक्त रूप से सिंडीकेट बैठक का मूंह पर काली पट्टी बांध कर विरोध किया । सिंडीकेट बैठक स्थल पर संयुक्त छात्र संगठन के नेताओं ने विश्वविद्यालय प्रशासन पर छात्रों की आवाज को कुचलने, उनके भविष्य के साथ खिलवाड़ करने और विश्वविद्यालय प्रशासन की तानाशाही के खिलाफ मुंह पर काली पट्टी और हाथ में स्लोगन तख्ती के साथ धरने पर बैठ गए । सिंडीकेट बैठक में शामिल होने जा रहे कुलपति रुककर छात्रों से मांग पत्र लिया एवं सभी मांगों पर सकारात्मक पहल का आश्वासन देते हुए उन्होंने सिंडीकेट बैठक के  बाद विस्तार से वार्ता की बात कही।

कुलपति से वार्ता में  छात्रनेताओं ने कहा की विश्वविद्यालय में अराजकता का माहौल है, प्रशासनिक तानाशाही और मनमानी चरम पर है । छात्रों के आवाज को कुचलने का लगातार प्रयास किया जा रहा है ।   विश्वविद्यालय अंतर्गत अंगीभूत सभी महाविद्यालयों में नियमित वर्ग संचालन किया जाय एवं शिक्षको और कर्मचारियों की कमी को दूर किया जाय । जिस पर कुलपति ने इस महीने के अंदर अतिथि शिक्षक की बहाली के लिय विज्ञापन जारी करने की बात कही।

वही छात्रनेताओं ने कहा कि एमएड का सत्र 2 वर्ष विलंब चल रहा है जिससे छात्रों का कीमती समय बर्बाद हो रहा है। मूल प्रमाण पत्र विभाग की लचर व्यवस्था के कारण छात्रों को मूल प्रमाण पत्र के लिय लंबा इंतजार करना पड़ता है । MCA, MBA, पत्रकारिता एवं नाट्यकला की पढ़ाई शुरू करवाई जाए साथ ही पीजी में एलाइड विषय की अनुमति दी जाए । पीजी के सभी विषयों में सीटों की कमी होने के वजह से बड़ी संख्या में छात्रों पीजी में नामांकन लेने से वंचित रह जाते है इसलिए पीजी के सभी विभागों में सीट वृद्धि एवं बीएनएमवी कॉलेज में पीजी की पढ़ाई शुरू करवाई जाए । आर एम एम लॉ कॉलेज सहरसा एवं सिटीई कॉलेज सहरसा में नए सत्र से नामांकन शुरू करवाने की ओर पहल की जाय।  साथ ही सभी महाविद्यालय में लाइब्रेरी एवं लैब को सुचारू रूप से चलाया जाए ।

विश्वविद्यालय द्वारा संचालित सभी कोर्स में छात्रवृति प्रदान की जाय एवं दोनो परिसर में कैंटीन की व्यवस्था बहाल की जाय । विश्विद्यालय स्थित बंद महिला छात्रावास को शुरू एवं नए परिसर में बॉयज हॉस्टल बनाया जाय । छात्रनेताओं ने कहा कि सभी महाविद्यालयों में नियमित वर्ग संचालन शुरू किया जाय । छात्रनेताओं ने कहा कि अगर विश्वविद्यालय प्रशासन सभी मांगों पर सकारात्मक पहल नहीं करती है तो आगामी 19 मार्च को होने वाली सीनेट की बैठक में शामिल होने आ रहे महामहिम के सामने विश्वविद्यालय प्रशासन की संवेदनहीनता और मनमानी के खिलाफ प्रदर्शन किया जाएगा।

प्रदर्शन में मुख्य रूप से एनएसयूआई जिलाध्यक्ष निशांत यादव, छात्र जदयू विश्विद्यालय अध्यक्ष निखिल सिंह यादव, एआईएसएफ वसीमुद्दीन उर्फ नन्हे, छात्र राजद विश्वविद्यालय अध्यक्ष सोनू यादव, आइसा जिला सचिव पावेल कुमार, एआवायएफ जिला सचिव कृष्णा कुमार, एनएसयूआई जिला उपाध्यक्ष जितेंद्र कुमार, जिला सचिव सोनू कुमार, जिला महासचिव जयकिशन कुमार, प्रखंड संयोजक आशीष कुमार, डूलेन कुमार, मणिभूषण कुमार, मनीष यादव, निरंजन कुमार, नीतीश कुमार, नीतीश कुमार, छात्र जदयू के कोमल कुमार, सनोज कुमार, मुकेश कुमार, एआईएसएफ के शुभम स्टालिन, प्रभात रंजन, छात्र राजद के मधुसूदन, प्रशांत कुमार, एन के निराला, आइसा के सौरभ कुमार, सुमन भारती, त्रिपुरारी, अंश कुमार, समेत दर्जनों छात्रनेता मौजूद थे।

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