एक दिवसीय जलसे में मौलानाओं ने किया अल्लाह के बताए रास्ते पर चलने की अपील

कारी साहेब ने देश में अमन चैन और देश की तरक्की की दुआ कराई।

मधेपुरा ब्यूरो/जिले के चौसा प्रखंड क्षेत्र अंतर्गत चौसा पश्चिमी पंचायत के चौसा बस्ती में एक दिवसीय जलसा का आयोजन किया गया। जिसकी युवा कमेटी के सदस्य ने की। जलसा में प्रखंड विकास पदाधिकारी अरविंद कुमार एवं थाना अध्यक्ष किशोर कुमार व जनप्रतिनिधि भी शरीक हुए। जलसा में मौजूद जनप्रतिनिधियों ने प्रखंड विकास पदाधिकारी अरविंद कुमार एवं थाना अध्यक्ष किशोर कुमार को अंग वस्त्र देकर सम्मानित किया।

इस दौरान प्रखंड विकास पदाधिकारी अरविंद कुमार एवं थाना अध्यक्ष किशोर कुमार ने जलसे को संबोधित करते हुए कहा कि जलसे के दौरान किसी भी प्रकार की शांति व्यवस्था भंग नहीं हो, इस बात का खास ख्याल रखा जाए। शांति भंग करने की कोशिश की जाएगी तो वैसे तत्वों के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई होगी।

कारी साहेब ने जलसा में मौजूद लोगों को संबोधित करते कहा कि पड़ोसी का हमलोगों पर बहुत बड़ा हक है। अगर गांव में एक अमीर व्यक्ति है, उनके पड़ोस में रहने वाले कोई गरीब व्यक्ति है तो उस अमीर व्यक्ति की जिम्मेदारी है कि वह अपने पड़ोस में रहने वाले गरीब व्यक्ति का ख्याल रखे। चाहे वह किसी भी जाति या धर्म को मानने वाले क्यों न हो। उन्होंने कहा कि सिर्फ मुसलमान का नाम रखने से कोई मुसलमान नहीं होता बल्कि अच्छे कर्म से ही मुसलमान हो सकता है। आज हमारे बुरे कर्म के कारण ही इस्लाम धर्म बदनाम हो रहा है। इस्लाम धर्म हमेशा सच्चाई, शांति, अमन व भाईचारे का पैगाम देता है एवं झूठ, धोखा, नफरत आदि बुराइयों से बचने के लिए सख्ती से मना किया है।कारी साहेब ने देश में अमन चैन और देश की तरक्की की दुआ कराई।

हाफिज मोहम्मद रेहमान साहेब एवं मौलवी मोहम्मद सहादत साहेब व हाफिज मोहम्मद परवेज राजा ने कहा कि नबी करीम सल्लाहु अलैहेसल्लम का इरशाद है कि मुसलमान झूठ नहीं बोल सकता एवं किसी को धोखा नहीं दे सकता। अगर कोई अपने आप को मुसलमान समझता है तो उनको झूठ व धोखा से बचना पड़ेगा तभी वह सच्चा मुसलमान हो सकता है। वही ओल्लमा साहेब तकरीर में कहा कि हमारे नबी ने हमें बताया कि हमे अपने पड़ोसियों पर ध्यान देना चाहिए। चाहे वह किसी भी मजहब का हो। यदि पड़ोसी भूखा है तो उसको खाना खिलाना चाहिए और किसी भी मुश्किल में हो तो उसकी परेशानी में साथ देना चाहिए। विवाह में फिजूल खर्च न करें। दहेज प्रथा पर रोक लगाएं, सब को साथ लेकर एक-दूसरे का सहयोग करें।

मौके पर मोहम्मद मनोवर आलम, आफताब आलम, अबूसाले सिद्दिकी,तपसीर आलम, शाई इस्लाम,मोहम्मद साकिब नैय्यर ने कहा कि नबी करीम सल्लाहु अलैहेसल्लम का इरशाद है कि मुसलमान झूठ नहीं बोल सकता एवं किसी को धोखा नहीं दे सकता। अगर कोई अपने आप को मुसलमान समझता है तो उनको झूठ व धोखा से बचना पड़ेगा तभी वह सच्चा मुसलमान हो सकता है।

जलसा को कामयाब बनाने में मोहम्मद मोनाजिर आलम,मोहम्मद शुएब आलम,पत्रकार मोहम्मद अंसार आलम, मोहम्मद इजाहीर आलम, मोहम्मद दिलदार आलम, आदि का अहम योगदान रहा।
जलसा में सैकड़ों की संख्या में लोगों ने भाग लिया।

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