कोसी की प्रतिष्ठा को पुनर्स्थापित करने के लिए जनांदोलन जरूरी: अनुपम

बबलू कुमार/ मधेपुरा/ आगामी 2 अक्टूबर को सुपौल गाँधी मैदान में ‘कोसी महापंचायत’ होने जा रहा है।यह महापंचायत समाज में लगातार बढ़ता नशा, भीषण बेरोजगारी, बदतर शिक्षा स्वास्थ्य, भूमि विवाद और बाढ़ आपदा के पाँच अभिशापों को मिटाने के लिए है। उक्त जानकारी ‘युवा हल्ला बोल’ के राष्ट्रीय अध्यक्ष अनुपम ने मधेपुरा के टी पी कॉलेज सभागार में प्रेस को संबोधित करते हुए दिया।

प्रेस वार्ता में राष्ट्रीय महासचिव रजत यादव, प्रशांत कमल और राष्ट्रीय सचिव सुनील कुमार भी उपस्थित रहे। अनुपम ने कहा कि समाज को बचाने और बच्चों का बेहतर भविष्य बनाने के लिए आज एक जनांदोलन की ज़रूरत है। 2 अक्टूबर को होने जा रहे महापंचायत में इसी आंदोलन की नींव रखी जायेगी। अनुपम ने कहा कि इस मुद्दे को लेकर आम लोग भावनात्मक जुड़ाव महसूस कर रहे हैं। यह महापंचायत हमारे बच्चों के भविष्य से सीधा जुड़ा हुआ है। अगर हमें अपने बच्चों के भविष्य की चिंता है तो इस महापंचायत को सफल बनाना होगा।

अनुपम ने आगे कहा कि मधेपुरा महापुरुषों की धरती है लेकिन आज हमारे घरों के छोटे बच्चे तरह तरह के नशे का इस्तेमाल कर रहे हैं। इस नशे की वजह से समाज में अपराध बढ़ता जा रहा है। शिक्षा स्वास्थ्य की स्थिति क्या हो गया है ये कहने की जरूरत नहीं है। सामान्य से सामान्य बीमारी के लिए या तो प्राइवेट अस्पताल में लाखों खर्च करना पड़ता है या पटना दिल्ली जाना पड़ता है। बेरोजगारी की ये स्थिति है कि देश के सभी लेबर चौक पर कोसी के लोग खड़े मिलते हैं। हमें देश का लेबर सप्लायर जोन क्यों बनाया जा रहा है। आखिर ये स्थिति क्यों बनी कि बिहार को खासकर हम कोसी के लोगों को प्रतिष्ठा से नहीं बल्कि हेय दृष्टिकोण से देखा जाता है।

आपको बता दें कि ‘युवा हल्ला बोल’ के राष्ट्रीय अध्यक्ष अनुपम की देशभर के युवाओं में एक मजबूत पहचान हैं। पढ़ाई, कमाई, दवाई का नारा देने वाले अनुपम ने बेरोज़गारी के गंभीर संकट को राष्ट्रीय बहस का हिस्सा बनाया है। युवाओं के बेहतर भविष्य के लिए निडरता से संघर्ष करते हुए कई केस मुकदमे झेला है और तिहाड़ जेल तक गए हैं।

पिछले कुछ महीनों से अनुपम कोसी क्षेत्र की समस्याओं को लेकर आम जनता से लगातार संवाद कर रहे हैं। कोसी में कई समस्याएं हैं लेकिन बढ़ता नशा, भीषण बेरोजगारी, बदतर शिक्षा स्वास्थ्य, भूमि विवाद और बाढ़ की आपदा यहाँ के पंच-अभिशाप हैं। इन पाँचों के जड़ में है भयानक भ्रष्टाचार और इसका दुखद नतीजा है बेतहाशा पलायन। अगर कोसी के ‘पंच-अभिशाप’ को मिटाना चाहते हैं और नए कोसी का निर्माण करना चाहते हैं तो एक व्यापक जनांदोलन खड़ा करना होगा।

आंदोलन के राष्ट्रीय महासचिव रजत यादव ने बताया कि अनुपम के विचारों को लेकर कोसी क्षेत्र में जबरदस्त उत्साह है। कोसी महापंचायत की तैयारी अपने प्रचार के अनोखे तरीके के लिए भी चर्चा में है। पंचायत की तैयारी के लिए अलग अलग शिक्षित युवाओं की टोली विभिन्न क्षेत्रों में जा रही हैं। कहीं नुक्कड़ सभा, कहीं छात्रों से संवाद तो कहीं डोर टू डोर कैंपेन चल रहा है। हर तरफ उत्सव का माहौल है।

अनुपम ने आगे कहा कि कभी ज्ञान की धरती रही कोसी क्षेत्र की पहचान आज गरीबी, पलायन, भ्रष्टाचार से हो गई है। मैं पहले कहता था कि महापंचायत से आंदोलन को नींव रखी जाएगी लेकिन माहौल देख कर लग रहा है कि आंदोलन तो छिड़ चुका है 2 अक्टूबर को सुपौल के गांधी मैदान से तो सिर्फ औपचारिक आगाज होना है। यह संघर्ष सिर्फ कोसी के पंच अभिशाप मिटाने का नहीं है बल्कि यह नैतिकता को सही और गलत का पैमाना बनाने का संघर्ष है। अनुपम ने कहा कि हम इस प्रेस वार्ता के माध्यम से सभी जिलावासियों को विशेष रूप से आमंत्रित करते हैं।

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