सरकार के छलावे वाले आश्वासन में नहीं आएंगी सेविका-सहायिका

ग्वालपाड़ा(मधेपुरा) बिहार राज्य आंगनबाड़ी संयुक्त संघर्ष समिति के आह्वान पर आंगनबाड़ी सेविका-सहायिका शुक्रवार से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चली गई। प्रखड़ सेविका संघ की अध्यक्षा नूतन कुमारी के नेतृत्व में सभी सेविका-सहायिका ने धरना दिया और अपनी मांगों को लेकर आवाज बुलंद की। कहा गया कि सरकार के छलावे वाले आश्वासन में अब सेविका-सहायिका नहीं आने वाली। मांगें पूरी होने तक हड़ताल जारी रहेगी।

मौके पर रीना देवी, वीणा कुमारी, बबीता कुमारी, वंदना कुमारी, चंपा देवी, कल्पना कुमारी, मनोरमा कुमारी, राजकुमारी, प्रिया रानी, हेमा कुमारी, गौरी कुमारी, ज्योति कुमारी हेमब्रम, मधुलता देवी, अनीता देवी, रीता कुमारी, रेखा देवी, गुंजन गीता, ममता झा, सुनीता कुमारी, काजल कुमारी, नीतू कुमारी, रूणा कुमारी, सीता कुमारी, जयमाला देवी सहित सभी सेविका- सहायिका मौजूद रही।

सेविका-सहायिका संघ की प्रमुख मांगें :
:: अतिरिक्त प्रोत्साहन राशि दस हजार सुनिश्चित करने
:: सुप्रीम कोर्ट के आदेश के अनुसार ग्रेच्युटी का भुगतान करने
:: केंद्र सरकार द्वारा सरकारी कर्मचारी का दर्जा देते हुए ग्रेड सी और ग्रेड डी में समायोजन करने
:: सरकारी कर्मी का दर्जा देने तक सेविका को 25 हजार और सहायिका को 18 हजार रुपए मासिक मानदेय देने
:: सहायिका से सेविका में बहाली के लिए दस बोनस अंक देने के अलावा सेविका से पर्यवेक्षिका और सेविका सहायिका के रिक्त पदों पर अविलंब बहाली करने
:: 16 मई 2017 और 20 जुलाई 2022 के समझौते के अनुसार लंबित मांग को लागू करने

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