मधेपुरा ब्यूरो
आस्था के महापर्व छठ पूजा को धूमधाम से मनाने की तैयारी जारी है।चार दिन तक चलने वाले इस महापर्व के कई विशेष नियम हैं। नहाय खाय से इस पर्व का अनुष्ठान शुरू होता है।इसी कड़ी में कन्या मध्य विद्यालय चौसा के बच्चों ने बाल संसद के शिक्षक संयोजक संजय कुमार सुमन के नेतृत्व में बहुत ही शानदार तरीके से छठ पूजा के मंत्रमुग्ध कर देने वाले गीतों को गाकर छठ के विभिन्न दृश्यों को प्रस्तुत किया है। बच्चों ने जीवंत प्रस्तुति दी। विद्यालय परिसर बिल्कुल छठी मईया के भक्तिभाव से सराबोर हो गया।दौरा को सर पर उठाकर जैसे नदी किनारे या तालाब के पास पहुंचते हैं और छठवर्ती परिक्रमा करती हैं। भगवान भास्कर को अर्घ्य देती हैं फिर किनारे में हाथ जोड़े दीपक जलाकर छठी मईया की पूजा अर्चना करती हैं, ठीक उसी तरह इन बच्चों का प्रदर्शन रहा।बच्चों ने कार्यक्रम में छठ पूजा की महत्ता और इसके पीछे की कहानियों को साझा किया गया।
विद्यालय के प्रधानाध्यापक विजय पासवान ने कहा कि छठ हमारे बिहार का महापर्व है, इस पर्व का जुड़ाव सीधा प्रकृति से होता है।इसमें स्वच्छता और सुचिता का विशेष महत्व होता है, इसलिए इन सभी की जानकारी आज की युवापीढ़ी को देनी चाहिए। यह पर्व पर्यावरण संरक्षण का संदेश देता है।
शिक्षक संयोजक संजय कुमार सुमन ने कहा कि छठ पूजा हमारी संस्कृति और परंपरा का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। यह हमें अपने पूर्वजों की याद दिलाता है और हमें अपनी जड़ों से जुड़ने का अवसर प्रदान करता है। उन्होंने कहा कि छठ पूजा का कार्यक्रम हमारे विद्यार्थियों को हमारी संस्कृति और परंपरा के बारे में जानने का अवसर प्रदान करता है। यह हमारे विद्यार्थियों को एकता और सद्भावना के साथ जोड़ता है।
मौके पर बाल संसद की प्रधानमंत्री श्रुति शर्मा, उपप्रधानमंत्री मनीषा कुमारी,शिक्षा मंत्री अंजली शर्मा, शिवानी कुमारी, जूही कुमारी, छोटी कुमारी,प्रतिभा कुमारी, अभिलाषा कुमारी, साक्षी चौपाल ने भाग लिया।मौके पर शिक्षक हकीम उद्दीन, शुभम कुमारी, बिंदु कुमारी, विभा कुमारी, रेहाना खातून, भालचंद्र मंडल याहिया सिद्दीकी समिति दर्जनों शिक्षक शिक्षिकाएं उपस्थित थी।