मधेपुरा मेडिकल कॉलेज की हालत सुनकर हैरान हो गए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, लगाया फोन….

मधेपुरा/ जननायक कर्पूरी ठाकुर मेडिकल कॉलेज मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का ड्रीम प्रोजेक्ट रहा है। 7 मार्च 2020 को जब वे इसके उद्घाटन में आए तो मंच से उनकी खुशी देखते बनती थी। दावा किया था अब कोशी और सीमांचल के गरीब मरीजों को इलाज के लिए कहीं बाहर नहीं जाना होगा। लेकिन आज जब इस मेडिकल कॉलेज की कुव्यवस्था के बारे में सुना तो दुखी हो गए। अधिकारी को फोन लगाया और कहा हम लोग मेडिकल कॉलेज खोलते जाएं और वहां लोगों को जांच की सुविधा भी न मिले। यह सही नहीं है। इसे देखिए जो भी नए मेडिकल कॉलेज खोले गए हैं उसे देखा जाना चाहिए।

दरअसल सीएम आज अपने जनता दरबार में थे जहां सदर प्रखंड के बालम गढ़िया पंचायत के पूर्व मुखिया अनिल अनल मेडिकल कॉलेज, रेल इंजन कारखाना और रेलवे से जुड़े मुद्दे को लेकर उनसे मिलने जनता दरवार पहुंचे थे। इस दौरान सीएम ने ना सिर्फ पूर्व मुखिया की बातों को सुना, बल्कि कुव्यवस्थाओं पर आश्चर्य भी व्यक्त किया। पूर्व मुखिया ने बताया कि बाद में स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने भी उनकी बातों को गंभीरता से सुना और एक माह में समस्याओं को दूर करवाने का आश्वासन भी दिया।

बता दें कि दो साल से भी ज्यादा समय बीत जाने के बाद भी यहां नियमित रूप से अल्ट्रासाउंड तक की सुविधा मरीजों को नहीं मिल पा रही है। अभी 15 फरवरी से ही यहां अल्ट्रासाउंड की सुविधा बंद है। एमआरआई की भी सुविधा अभी तक चालू नहीं की गयी है। इलाज की स्थिति यह है कि कई विभागों में तो आज तक एक भी डॉक्टर नहीं हैं। हालात यह है कि यहाँ के रेफर मरीज का ऑपरेशन सदर अस्पताल में होता है।

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