कन्या मध्य विद्यालय चौसा में स्वामी विवेकानंद जी की 120 वीं पुण्य-तिथि पर समारोह का आयोजन

👉शिक्षक संयोजक संजय कुमार सुमन ने कहा स्वामी विवेकानंद भारतीय संन्यास परंपरा और भारतीय मेधा के उत्कृष्ट उदाहरण

चौसा, मधेपुरा/युगप्रवर्तक एवं सनातन धर्म के प्रखर ध्वजवाहक स्वामी विवेकानंद जी की 120 वें पुण्य-तिथि पर कन्या मध्य विद्यालय चौसा परिसर में एक समारोह का आयोजन कर श्रद्धांजलि दी गई।शिक्षकों एवं छात्राओं ने आज स्वामी विवेकानंद को याद किया और उनके द्वारा दिखाए गए रास्तों पर चलने का प्रण लिया।समारोह की अध्यक्षता विद्यालय के प्रधानाध्यापक विजय पासवान ने की।

समारोह को संबोधित करते हुए प्रधानाध्यापक श्रीपासवान ने कहा कि स्वामी विवेकानंद भारत की उन महान विभूतियों में थे जिन्होंने दुनिया को कल्याण और शांति का मार्ग दिखाया। स्वामी विवेकानंद के कुछ विचार अगर हम अपने जीवन में उतार लें तो वाकई हमें मानवता के लिए काम करने में सफलता मिलेगी।

बाल संसद के शिक्षक संयोजक संजय कुमार सुमन ने कहा कि स्वामी विवेकानंद भारतीय संन्यास परंपरा और भारतीय मेधा के उत्कृष्ट उदाहरण हैं।धर्म के साथ-साथ समाज में व्याप्त गरीबी, अशिक्षा,अंधविश्वास छुआ-छूत और पलायनवाद पर भी उन्होंने जमकर निशाना साधा था।धर्म को वह केवल पूजा-पाठ तक सीमित नहीं मानते थे।इनकी नजर में धर्म मनुष्य के समपूर्ण विकास का माध्यम है।धार्मिक संकीर्णता से वो ऊपर थे औऱ समस्त विश्व को अपना परिवार मानने के भारतीय दर्शन के प्रचारक थे।

प्रखंड शिक्षक गोविंदा कुमार ने उनके कृतित्व एवं व्यक्तित्व पर चर्चा करते हुए कहा कि स्वामी विवेकानंद युवाओं के लिए प्रेरणा हैं, जो उन्हें जीवन में आगे बढ़ने और सफलता हासिल करने के लिए प्रेरित करते हैं।

इस मौके पर विद्यालय के शिक्षक हकीम उद्दीन, प्रतिभा गुप्ता,बिंदु कुमारी, संजीवानंद, उमेश प्रसाद यादव, शुभम कुमारी,विभा कुमारी,विंदुला कुमारी, रेहाना खातून,बाल संसद की प्रधानमंत्री साक्षी कुमारी,उपप्रधानमंत्री अजमेरी खातून,संस्कृति एवं खेल मंत्री नीतू कुमारी,वर्षा कुमारी,संध्या कुमारी समेत दर्जनों की संख्या में विद्यालय की छात्राएं उपस्थित थीं।

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