लोक लुभावन चुनावी बजट 2023-प्रोफेसर देबज्योति

आम बजट नोबेल विजेता प्रोफेसर मोहम्मद यूनुस के तीन जीरो पर आधारित रहा

भागलपुर/प्रख्यात उद्यमिता प्रशिक्षक तथा कोशिश ग्रुप के चेयरमैन प्रोफेसर डॉक्टर देबज्योति मुखर्जी ने कहा कि जीरो प्रतिशत कार्बन उत्सर्जन, जीरो प्रतिशत गरीबी तथा जीरो प्रतिशत बेरोजगारी । पूरे विश्व जो कर रहा है या करने की कोशिश में हैं, वित्तमंत्री सीतारमण भी उसी ओर प्रयास करते दिखे। सामने चुनाव है, सभी के लिए कुछ ना कुछ देने का प्रयास तथा सभी वर्ग को खुश करने की प्रचेष्टा दिखी । यद्धपि वित्तमंत्री इस चुनाव को आने वाले 25 साल का रोडमैप करार दे रही हैं, पर हकीकत में बजट लोक लुभावन ही दिखा ।

करीब 10 साल बाद इस बजट में एन जी ओ के लिए योजना दिखा । चाहे वो स्वस्थ हो, शिक्षा, रोजगार या फिर जागरूकता । स्वयं सेवी संस्था को तवज्जो मिली है ।हालांकि युवा, महिला, सूक्ष्म तथा लघु उद्योग, किसान सभी के लिए योजना दिखा । शिक्षा स्वास्थ रोजगार तथा डिजिटलाइजेशन पर विशेष जोर दिखा । मध्यम वर्ग को नए टैक्स रेजिम में सात लाख तक करमुक्त रक्खा गया है जो की एक बहुप्रति क्षित कदम है । 81 लाख महिला स्वयं सहायता समूहों को वृहत उत्पादक संस्थान बना कर विपणन मदद प्रदान कर उन्हे स्वावलंबी बनाने की कोशिश अच्छी है ।

इसको छोड़ कर भी बहुत सारे घोषणा हुई है जो लोक लुभावन ही दिख रहा है । जैसे : राष्ट्रीय हाइड्रोजन मिशन, टूरिज्म को बढ़ावा, सहयोगी समितियों के लिए विशेष निधि, डिजिटल तथा भौतिक लाइब्रेरी, आर्थिक साक्षरता, म्युनिसिपल बॉन्ड, 157 नए चिकित्सकीय संस्थान, कस्टम ड्यूटी में छूट, सूक्ष्म तथा लघु संस्थानों के लिए 2 लाख करोड़ का बिना कोलेटरल लोन, महिलान सम्मान बचत पत्र आदि सराहनीय कदम है ।

लेकिन एफपीओ पर चुप्पी साध लेना, नेशनल बांस मिशन या पिछले बजट पर किए गए बाकी योजनाओं को आगे ले जाने के लिए कोई भी प्रतिबद्धता नही दिखा ।

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