मुरलीगंज थानाध्यक्ष को सस्पेंड कर दोषी पुलिसकर्मी पर दर्ज हो केस- पप्पू

मधेपुरा। महादलित दुकानदार अर्जुन ऋषिदेव हत्याकांड में पुलिस की कार्यशैली पर जाप सुप्रीमो सह पूर्व सांसद पप्पू यादव ने बड़ा सवाल उठाया है। बुधवार को मृतक के परिजनों से मिलने चामगढ़ पहुंचे जाप सुप्रीमो श्री यादव ने साफ शब्दों में पुलिस की कार्यशैली को अमानवीय करार दिया। कहा कि मुरलीगंज थानाध्यक्ष को अविलंब सस्पेंड करते हुए रात में शव जलाने वाले पुलिस अधिकारी पर केस दर्ज होना चहिए। पूर्व सांसद ने कहा कि क्या कारण है कि मुरलीगंज में लगातार हत्या और अपराध की घटनाएं बढ़ने के बावजूद थानाध्यक्ष को नहीं हटाया जा रहा है। इससे साफ है कि पुलिस की करतूतों में ऊपर से लेकर नीचे तक के अधिकारी शामिल हैं। इससे पहले मृतक के परिजनों ने जाप प्रमुख पप्पू यादव से अपनी आपबीती सुनाई।

परिजनों ने बताया कि जब अर्जुन ऋषिदेव की हत्या हुई तब पुलिस पोस्टमार्टम के बाद पुलिस शव को गांव लेकर आ गई। इसके बाद रात के अंधेरे में खुद ही शव को जला दिया। अर्जुन के बेटे को मुखाग्नि भी देने नहीं दिया। जाप सुप्रीमो पप्पू यादव ने कहा कि सबसे बड़ा मुद्दा यह है कि रात के अंधेरे में पुलिस को शव जलाने की अधिकार किसने दिया ? किस कानून के तहत ऐसा किया गया। उन्होंने कहा कि घटना से पहले भी पीड़ित परिवार ने कई बार पुलिस को सूचना दी गई कि उनलोगों को जान से मारने की साजिश रची जा रही है और बाद हत्या भी कर दी गई लेकिन इस दिशा में पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की।

उन्होंने कहा कि एसपी से ऐसे पुलिस अधिकारी और कर्मी को तत्काल सस्पेंड करने और जांच कर उनके विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज करने की मांग उन्होंने की है। साथ ही सीएम नीतीश कुमार को भी पत्र लिखकर जानकारी साझा करते हुए स्पीडी ट्रायल के तहत आरोपियों पर सख्त कार्रवाई की मांग भी की है। पूर्व सांसद ने पीड़ित परिवार को आर्थिक मदद के तौर पर 25 हजार रुपया भी देकर कोई रोजगार शुरू करने को कहा।

चौकीदार के परिजनों से मिले पूर्व सांसद : कुमारखंड (मधेपुरा)। थाना क्षेत्र के लक्ष्मीपुर चंडीस्थान वार्ड 7 निवासी चौकीदार मानिकचंद पासवान की गोली मारकर हत्या कर दिए जाने के बाद बुधवार को जाप सुप्रीमो राजेश रंजन उर्फ पप्पु यादव पीड़ित परिवार से मिलने पहुंचे। पूर्व सांसद पप्पु यादव मृतक चौकीदार के पुत्र प्रभाष पासवान और पत्नी मीना देवी सहित अन्य परिजनों से मिले। घटना पर दुख जताते हुए न्याय दिलाने का भरोसा दिया। पूर्व सांसद श्री यादव ने कहा कि चौकीदार मानिकचंद की हत्या पुलिस प्रशासन के ऊपर सवाल खड़ा कर रही है। जिस शासन में पुलिस के लोग ही सुरक्षित नहीं है तो आम आदमी की सुरक्षा कैसे संभव हो सकती है।

उन्होंने कहा कि चौकीदार मानिकचंद की हत्या के बाद उसके बेटे और घटना के प्रत्यक्षदर्शी को अभी तक सुरक्षा मुहैया नहीं कराई गई है। पुलिस प्रशासन का इकबाल ही समाप्त हो गया है। ऐसी स्थिति में कुमारखंड थानाध्यक्ष श्रीकांत शर्मा को निलंबित हो जाना चाहिए लेकिन आश्चर्य की बात है कि इनका अभी तक तबादला भी नहीं हुआ है। जाप सुप्रीमो ने मृतक के परिजनों को आश्वासन देते हुए कहा कि वह डीएम विजय प्रकाश मीणा से मिलकर मृतक चौकीदार के पुत्र को सरकारी नौकरी दिलाने का प्रयास करेंगे। उन्होंने मृतक चौकीदार के परिजन को अविलंब 20 लाख रुपए मुआवजा देने की मांग की। मौके पर जाप प्रखंड अध्यक्ष मुकेश कुमार यादव, पिंटू यादव, मुखिया रमेश कुमार रमण, संतोष कुमार यादव आदि मौजूद थे।

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